शिमला, 23 अक्टूबर : हिमाचल प्रदेश में 9वीं से 12वीं कक्षाओं के लिए स्कूल को फिर से खोलते ही कोरोना के मामले सामने आने लगे है। स्कूली छात्रों में कोरोना मामलों में तेजी देखने को मिल रही है, जो राज्य के स्वास्थ्य और शिक्षा विभागों के लिए यह स्थिति चिंता का विषय बन गई है। राज्य में 27 सितंबर से कक्षा नौ से 12 तक के स्कूल फिर से खुलने के बाद चार सप्ताह के भीतर कुल 418 विद्यार्थियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें एक छात्रा की कोरोना से मौत हुई है।
राहत की बात यह है कि 210 विद्यार्थी कोरोना को मात देने में कामयाब हुए हैं। जबकि 207 विद्यार्थी संक्रमित होने की वजह से अभी आईसोलेशन में हैं। स्कूली विद्यार्थियों में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए छोटी कक्षाओं के स्कूलों को खोलना की संभावना कम नजर आ रही है। माना जा रहा है कि दिवाली पर्व के बाद प्रदेश सरकार कोरोना की स्थिति का आकलन करेगी और छोटी कक्षाओं के स्कूलों को लेकर अहम फैसला लेगी।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक विगत चार सप्ताह के भीतर कांगड़ा में 13 वर्षीय स्कूली छात्रा ने कोरोना संक्रमण से दम तोड़ा है। राष्टीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक हेमराज बैरवा ने बताया कि अभी तक संकलित डाटा दिखा रहा है कि बच्चों में वायरस के खिलाफ लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर है। उन्होंने कहा कि कोरोना से संक्रमित 210 विद्यार्थियों में से एक भी अस्पताल में उपचाराधीन नहीं हैं। सभी संक्रमित विद्यार्थी अपने घरों में आइसोलेट हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि 10 से 17 साल वाले 61.5 फीसदी बच्चों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी पाई गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से एक छात्रा की मृत्यु दुर्भाग्यपूर्ण है। इस छात्रा के बारे में प्राप्त जानकारी में सामने आया है कि उसके उपचार में देरी हुई, अगर छात्रों को समय पर उपचार मिलता तो वो मृत्यु का ग्रास नहीं बनती।