हमीरपुर,23 अक्तूबर : बस स्टैंड के बाहर सड़क किनारे बचे हुए 12 खोखो पर शनिवार के दिन पीला पंजा चला। जेसीबी के माध्यम से इन खोखो को गिरा दिया गया। जैसे ही इन खोखा दुकानों पर जेसीबी चली वैसे ही दुकानदार रो पड़े। देखते ही देखते यहां बचे हुए 12 खोखो को शनिवार के दिन विभिन्न विभागों के अधिकारियों की मौजूदगी में गिरा दिया गया।
जाहिर है कि पहले ही कई खोखा धारक नगर परिषद द्वारा बनाई गई दुकानों में शिफ्ट हो गए हैं। शिफ्ट होने के बाद इनके खोखे पहले ही जमींदोज किए जा चुके है, लेकिन 12 खोखा धारक अपनी दुकानें खाली नहीं कर रहे थे। इन दुकानदारों की मांग है कि इन्हें नगर परिषद ग्राउंड फ्लोर की दुकानें बना कर दे।
हालांकि नगर परिषद द्वारा बनाई गई ग्राउंड फ्लोर पर दुकानें पहले ही आवंटित की जा चुकी है। जब खोखा मार्केट से खोखो को हटाने की मुहिम शुरू की गई थी तभी कई दुकानदार नगर परिषद की दुकानों में शिफ्ट किए गए तथा उन्होंने ग्राउंड फ्लोर की दुकानें ले ली।
कुछ समय के लिए पहले आओ पहले पाओ के आधार पर भी दुकानों का आवंटन किया गया है। दुकानों को छोड़ने से दुकानदारी पर इसका विपरीत असर पड़ेगा इसी के चलते कई दुकानदारों ने खोखे खाली नही किए। सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शनिवार के दिन लोक निर्माण विभाग के माध्यम से बचे हुए 12 खोखों को भी जेसीबी के माध्यम से गिरा दिया गया है।
इस दौरान नगर परिषद हमीरपुर, लोक निर्माण विभाग हमीरपुर, तहसीलदार टोनी देवी सहित पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों के समक्ष खोखों को हटाने की प्रक्रिया पूरी की गई। खोखा धारक अश्विनी कुमार का कहना है कि उन्हें दुकानें बनाकर उसी साइज की दी जाए जिस साइज की दुकान गिराई गई है। उन्होंने बताया कि अचानक से उनकी दुकानें गिराई गई हालांकि उनकी अपील चीफ इंजीनियर के पास चल रही है।