संगड़ाह, 23 अक्तूबर : बसों की भारी कमी के चलते करीब एक दशक से परेशानी झेल रही विकास खण्ड संगड़ाह की 44 पंचायतों की दिक्कते एचआरटीसी ने दो बस रूट बंद कर तथा रविवार को छुट्टी घोषित कर और ज्यादा बढ़ा दी है। कोरोना काल में बंद हुई उपमंडल संगड़ाह मे चलने वाली सोलन-संगड़ाह-नाहन व हरिपुरधार-संगड़ाह-चंडीगढ़ बस को 4 माह बाद भी निगम द्वारा चालू न किए जाने से क्षेत्रवासियों को मौजुदा बसों मे खड़े होने को भी कईं बार जगह नही मिलती।
करीब 90,000 की आबादी वाले विकास खंड संगड़ाह में एचआरटीसी की केवल 2 दर्जन बसें चलती है, जिनमें से नाहन डीपो की दो बसों को बंद किया जा चुका है और सोलन डीपो ने भी संगड़ाह-राजगढ़ तथा राजगढ़-रेणुकाजी बस के निर्धारित रूट डायवर्ट कर दिए। इसके अलावा नौहराधार-हरिद्वार बस केवल उद्घाटन के दो सप्ताह बाद तक ही चली। ऐसे मे मौजुदा बसों में न केवल असमान्य भीड़ दिख रही है, बल्कि बिना टैक्सी परमिट के छोटे वाहन मालिकों द्वारा भी निर्धारित दर से कहीं ज्यादा किराया वसूल कर बिना टेक्स दिए सवारियां ढोकर परिवहन विभाग को चूना लगाया जा रहा है।
पंचायत प्रधान राजेंद्र सिंह ने बताया कि, हाल ही में नौहराधार पंचायत द्वारा इस बार एक प्रस्ताव पारित कर परिवहन मंत्री को भेजा जा चुका है, मगर मंत्री ने भी इस बारे कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। एचआरटीसी के आरएम नाहन संजीव बिष्ट ने कहा कि निगम के तारादेवी डीपो द्वारा नाहन-सोलन रूट पर कुछ ही समय पहले अपनी एक बस चलाई मगर, घाटे के चलते इसे बंद करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि, लॉकडाउन के बाद धीरे-धीरे निगम द्वारा सभी बसों के रूट शुरू किए जा रहे हैं.