मंडी, 23 अक्तूबर : मंडी संसदीय सीट पर जारी उपचुनाव के बीच फोरलेन प्रभावितों ने जिला में राज्य सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। प्रदेश के लगभग 20 किसान संगठन भूमि अधिग्रहण प्रभावित मंच के बैनर तले एकजुट हुए और शहर में एक विशाल रैली निकालकर सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला। डीसी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करने के बाद इन्होंने एडीएम के माध्यम से अपना एक ज्ञापन भी सरकार को भेजा।
मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए भूमि अधिग्रहण प्रभावित मंच के अध्यक्ष बीआर कौंडल ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने 2017 के चुनावों में अपने घोषणापत्र में 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने का वादा किया था। लेकिन चार वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार अपना यह वादा पूरा नहीं कर पाई है।
आज भी प्रदेश के लोगों की जमीनें कौड़ियों के भाव खरीदी जा रही हैं और प्रभावितों का न तो पुनर्वास हो रहा है और न ही पुर्नस्थापना। केंद्र सरकार और कई राज्य सरकारें नए कानून के तहत प्रभावितों को लाभ दे रही है लेकिन प्रदेश सरकार ऐसा न करके प्रभावितों के साथ सिर्फ राजनीति कर रही है। इन्होंने सरकार को चेताया है कि जब तक कानून को सही ढंग से लागू नहीं किया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
इस मौके पर हिमाचल फल उत्पादक संघ के अध्यक्ष एवं ठियोग के विधायक राकेश सिंघा, हिमाचल किसान सभा के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप तंवर, कुल्लू जिला के सह संयोजक नरेश कुकू व प्रेम सिंह ठाकुर, बिलासपुर जिला से मदन शर्मा, कांगड़ा जिला के सह संयोजक राजेश पठानिया, कोटली-मंडी के अध्यक्ष प्रशांत मोहन व सरकाघाट-धर्मपुर के संयोजक मान सिंह, रैली के संयोजक जोगिन्द्र वालिया, हिमाचल किसान सभा से कुशाल भारद्वाज, हिमालयन नीति अभियान से गुमान सिंह, किसान सभा से के.के कौशल, नौजवान सभा से महेंद्र राणा, सुरेश सरवाल, महिला समिति से डा. वीना वैद्य, नागचला से भूप सिंह, बैहना से दीवान सिंह, जड़ोल से अमर सिंह व राजकुमार वर्मा, नौलखा-डडोर से कासिम अंजुम, छबील चंद, जितेन्द्र, विजय अबरोल, गुरिया राम नायक, भूपेंद्र वालिया, कुल्लू से हेमंत सोंखला व नगवाई से बंसी लाल भी मौजूद रहे।