शिमला, 21 अक्तूबर : हिमाचल-उत्तराखंड की सीमा पर पांच ट्रैकर्स सहित दो हादसों में 11 की मौत होने का समाचार है। ये दोनों हादसे, उत्तरखंड की सीमा के भीतर ही हुए हैंे। पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के उत्तरकाशी के हर्षिल से 9 टै्रकर्स ने अपनी यात्रा हिमाचल के छितकुल के लिए शुरू की थी। इस दौरान वो लापता हो गए थे। अंतिम जानकारी के अनुसार पांच ट्रैकर्स के शव बरामद कर लिए गए हैं, वहीं चार की तलाश जारी है।
किन्नौर प्रशासन भी उत्तराखंड की रेस्क्यू टीम का सहयोग कर रहा है। बताया ये भी जा रहा है कि ट्रैकर्स के शव चार फीट बर्फ के बीच में मिले हैं। उत्तराखंड की तरफ से सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से ट्रैकर्स के शव बरामद किए गए। बता दें कि बुधवार को समुद्रतल से लगभग 20 हजार फीट की ऊंचाई पर 9 ट्रैकर्स समेत कुल 11 लोग लापता हो गए थे। इसकी सूचना उत्तराखंड सरकार के माध्यम से किन्नौर प्रशासन तक पहुंची थी।
11 सदस्यीय दल के सदस्यों की पहचान दिल्ली की अनीता रावत (38) पश्चिम बंगाल के मिथुन दारी(31) तन्मय तिवारी (30), विकास मकल (33) सौरभ घोष (34) सावियन दास (28), रिचर्ड मंडल (30), सुकेन मांझी (43) के तौर पर हुई है। खाना पकाने वाले कर्मचारियों की पहचान देवेंद्र (37), ज्ञान चंद्र (33) और उपेंद्र (32) के रूप में हुई है।
ट्रैकिंग के लिए इनर लाइन का परमिट भी लिया गया था। 17 से 19 अक्तूबर के बीच मौसम खराब होने के कारण ये दल रास्ता भटक गया था। टीम में ट्रैकर्स के साथ 3 पोटर्स भी शामिल थे।
गौरतलब है कि ये ट्रैकर उत्तराखंड के हर्षिल से लम्खागा पास होते हुए हिमाचल के छितकुल ट्रैकिंग रूट पर निकले थे। 11 सदस्यीय दल ने मंगलवार को छितकुल पहुंचना था, लेकिन वह बुधवार तक भी नहीं पहुंच पाए व न ही उनका कोई सुराग लग पाया था। दरअसल उत्तरकाशी के हर्षिल से छितकुल की पैदल दूरी 80 किलोमीटर के करीब है। यह ट्रैक क्यारकोटी बुग्याल होते हुए 5500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित लम्खागा पास से होकर छितकुल पहुंचता है।
11 अक्टूबर को मोरी सांकरी स्थित एक ट्रैकिंग एजेंसी के माध्यम से ये दल हर्षिल से छितकुल के लिए रवाना हुआ था। 17 से 19 अक्टूबर तक छितकुल में भारी बर्फबारी हुई, जिससे दल के सभी सदस्य लापता हो गए। इसे लेकर उतराखंड सरकार ने हिमाचल सरकार को सूचित किया था।
उधर, किन्नौर संवाददाता जीता नेगी के मुताबिक उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया है कि मृतकों के शवों को कल एयरलिफ्ट किया जाएगा। बर्फ में फंसे एक पर्यटक व गाइड को हेलीकाॅप्टर के माध्यम से सुरक्षित उत्तरकाशी पहुंचा दिया गया है। डीसी ने कहा है कि राहत व बचाव दल को पर्यटकों के पांच शव अलग-अलग स्थानों से मिले हैं। डीसी के मुताबिक चार पर्यटक अब भी लापता हैं।
डीसी के मुताबिक दोपहर 2 बजे के बाद मौसम खराब होने के कारण हेलीकाॅप्टर की उड़ान संभव नहीं हो पाई, इस कारण राहत कार्य रोक दिया गया है। शुक्रवार सुबह साढ़े 6 बजे सेना के हेलीकाॅप्टर व आईटीबीपी के जवानों द्वारा राहत व बचाव कार्य आरंभ किया जाएगा।
उधर, सिरमौर के साथ लगती उत्तराखंड की सीमा के त्यूणी में भी एक दर्दनाक हादसा हुआ है। इसमें एक ही परिवार के छह सदस्यों की मौत हुई है। पंद्राणू से देवधार जा रही अल्टो कार के करीब 300 फीट गहरी खाई में गिर जाने के कारण हादसा हुआ। इसमें दंपत्ति समेत पांच की मौत हो गई। इसमें एक मृतक रोहडू के चिड़गाव का रहने वाला भी था, जिसकी पहचान 28 वर्षीय अमित पुत्र किशोरी लाल के रूप में हुई है।
हादसे में एक किशोरी की हालत नाजुक बताई जा रही थी, जिसे गंभीर हालत में रोहडू अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां पर किशोरी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। अन्य मृतकों की पहचान उत्तराखंड के त्यूणी क्षेत्र के रहने वाले संजय व उनकी पत्नी बबली देवी, 14 वर्षीय निखिल व 29 वर्षीय जगदीश के तौर पर की गई है। एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत की खबर से समूचे इलाके में गहरी शोक की लहर फैल गई है।
बता दें कि उत्तराखंड के त्यूणी इलाके के लोगों की नेरवा, चौपाल के अलावा सिरमौर के शिलाई व रोनहाट इत्यादि इलाकों में रिश्तेदारियां हैं। बताया ये भी जा रहा है कि दंपत्ति समेत परिवार के अन्य लोग भतीजे की अप्लाइड फाॅर नई ऑल्टो कार में बानपुर गांव के नजदीक सेब के बगीचे में घास काटने जा रहे थे।