राजगढ़/शेरजंग चौहान
हिमाचल के राजगढ़ उपमंडल के खूबसूरत गांव छोगटाली में एक गजब का इंजीनियर रहता है। वो, इंजीनियरिंग (Engineering) का एक गजब उदाहरण है। पूरे इलाके में जगमोहन सिंह ‘घराट इंजीनियर’ के नाम से मशहूर हैं। करीब 40 साल में जगमोहन सिंह तकरीबन 250 घराटों (water mills) का निर्माण कर चुके हैं। अक्सर ही आप मीडिया में ये खबरें पढ़ते हैं कि घराट विलुप्त हो रहे हैं, लेकिन यहां आपको इस बात से अवगत करवा रहे हैं कि कैसे जगमोहन सिंह मात्र 10-20 हजार रुपए में ही एक नया घराट तैयार कर देते हैं।
चूंकि, अब नदी-नालों में भी जलस्तर (Water Level) वैसा नहीं होता, जैसा दशकों पहले हुआ करता था। लिहाजा, जगमोहन सिंह ने अपने ही स्तर पर आधा इंच (Half Inch) पानी से घराट को चलाने का हुनर (Talent) वि
कसित किया है। इसके अलावा भी कुछ अन्य तकनीक विकसित की है। पाइपों के इस्तेमाल से वो आधा इंच पानी घराट तक पहुंचा देते हैं। अंत में आधा इंच की नोजल (nozzle) लगाई जाती है। इसमें तीव्र गति से पानी निकलता है, जो पहाड़ी टरबाइन (turbine) को घुमाता है। बैरिंग (barring) का प्रयोग किया जाता है, ताकि पानी के कम प्रैशर (Pressure) में भी चक्की घूमने लगे। इसमें एक बात का खास ध्यान रखा जाता है कि पाइप की ऊंचाई 30-40 फुट से अधिक होनी चाहिए।
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जगमोहन सिंह का कहना है कि अगर आधा इंच पानी से घराट नहीं चला तो काम के पैसे नहीं लेंगे। लगभग 10 से 20 हजार के खर्च में जगमोहन सिंह घराट तैयार कर देते हैं। दीगर है कि घराटों का वजूद (Existence) बचाने में जगमोहन सिंह बड़ी भूमिका निभाने के साथ-साथ अपनी रोजी-रोटी का भी इंतजाम कर रहे हैं।
खास बातचीत…
“साहब! पढ़ा होता तो पता नहीं क्या करता। बचपन में भाई के साथ जंगलों में पशु चराने जाता था। नालों के किनारे बैठकर प्रयोग करने शुरू कर दिए। धीरे-धीरे यह समझ आ गया कि आधा इंच पानी से भी पनचक्की को चलाया जा सकता है।” ये बात, घराट इंजीनियर जगमोहन ने उस समय बोली, जब अपने बारे में कुछ बताने का आग्रह एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने किया था। बातचीत आगे बढ़ी तो बताया कि हलोणी पुल के नजदीक बेहतरीन पत्थर मिलता है, जिसकी घड़ाई भी आसानी से होती है। साथ ही घराट में इसके अच्छे नतीजे आते हैं।
उनका कहना था कि अगर सब कुछ उन्हें ही करना होता है तो खर्च 20 हजार तक आता है। 10 से 12 दिन में एक घराट तैयार हो जाता है। दावा करते हुए कहा कि आज तक बनाए गए घराटों में से एक भी फेल नहीं हुआ है।