मंडी, 20 अक्तूबर : नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने जल शक्ति विभाग में हो रही टेंडरों प्रक्रिया पर बडा खुलासा किया है। बुधवार को मंडी में पत्रकार वार्ता के दौरान नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने टेंडर प्रक्रिया में हो रही धांधली को लेकर भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठाए हैं। उन्होंने सरकार के जल शक्ति विभाग से जारी कार्य के टेंडर नियमों और योग्यता में हुए चार बार बदलाव की ऑफिस कॉपी मीडिया के सामने प्रस्तुत की।
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार अपने चहेतों को किस प्रकार से लाभ पहुंचाने में लगी हुई है यह जलशक्ति विभाग के टेंडरों के प्रक्रिया से जगजाहिर हो रहा है। उन्होंने बताया कि एक ही कार्य के लिए मांगे गए टेंडर में बार-बार नियमों और योग्यता आदि विषयों को लेकर चार बार बदलाव के आदेश जारी किए गए हैं। इनमें जल शक्ति विभाग के द्वारा टेंडर के लिए पहला बदलाव 27 दिसंबर 2019 में जारी किया गया, दूसरा 10 जनवरी 2020, तीसरा 28 जुलाई 2020 और चौथे बदलाव का ऑर्डर 9 अक्टूबर 2020 को जारी किया गया। जिनमें हर बार नियमों और योग्यता के पैमानों में बदलाव किया गया है।
मुकेश ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि सरकार किस प्रकार से कुछ खास ठेकेदारों को काम दिलवाने के लिए इस प्रकार का कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर महंगाई, बेरोजगारी, बाहरी लोगों को नौकरी देने, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन की मांग, करूणामुलकों को नौकरी देने, आउटसोर्स कर्मियों के लिए नीति बनाने आदि को लेकर कोई भी निर्णायक फैसला न लेने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने मंडी में खराब सड़कों की स्थिति को लेकर भी सरकार पर जमकर हमले बोले। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया को प्रदेश में व्याप्त समस्या को जानने और उसके निराकरण के लिए सड़कों पर चलना चाहिए।
बता दें कि मंडी लोकसभा उप चुनावों में मात्र 10 दिनों का समय बचा है और ऐसे में राजनीतिक दलों में सियासत गर्माई हुई है और एक दूसरे दल पर आरोप प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। प्रेस वार्ता के दौरान मंडी में सुधीर शर्मा व अन्य नेता भी शामिल रहे।