शिमला, 15 अक्तूबर : पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा के पुत्र चेतन बरागटा के जुब्बल-कोटखाई उपचुनाव में निर्दलीय उतरने से भाजपा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। चेतन बरागटा के समर्थन में जुब्बल-कोटखाई भाजपा मंडल के तमाम पदाधिकारियों ने अपने पदों से इस्तीफे दे दिए हैं। इनमें जुब्बल-कोटखाई भाजपा मंडल के अध्यक्ष गोपाल जबैइक भी शामिल हैं। उप चुनाव में चेतन बरागटा को टिकट न देने से जुब्बल-कोटखाई मंडल के भाजपा पदाधिकारियों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। भाजपा ने जिला परिषद सदस्य रही नीलम सरकैक को अपना उम्मीदवार बनाया है।
सूत्रों के मुताबिक जुब्बल कोटखाई भाजपा मंडल की आज हुई बैठक में नीलम सरकैक को पार्टी उम्मीदवार बनाए जाने के मुद्दे पर चर्चा हुई। बैठक में मौजूद मंडल भाजपा के पदाधिकारियों व अन्य सदस्यों ने इस बात पर रोष जताया कि मंडल को विश्वास में लिए बिना नीलम सरकैक को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में मंडल भाजपा ने सभी पदाधिकारियों ने त्याग पत्र दे दिया है।
अब भाजपा जुब्बल कोटखाई में पूरी तरह दोफाड़ दिखाई दे रही है। त्याग पत्र देने वाला भाजपा का खेमा चेतन बरागटा के साथ खड़ा है, वहीं भाजपा काडर से जुड़े कार्यकर्ता नीलम सरकैक के साथ हैं। भाजपा के दोफाड़ होने से नुकसान पार्टी को होना है। निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रहे चेतन बरागटा को भाजपा छह साल के लिए निष्कासित कर चुकी है। भाजपा के समक्ष अब जुब्बल-कोटखाई में नए मंडल के गठन की चुनौती रहेगी।
कुल मिलाकर मंडल भाजपा के त्यागपत्र के बाद अब उप चुनाव में भाजपा के समक्ष नए मंडल के गठन की चुनौती है।