शिमला, 14 अक्तूबर : हिमाचल प्रदेश में 80 साल से अधिक आयु वाले बुजुर्ग मतदाता उपचुनाव में घर बैठे ही अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट देंगे। परिवार के लोगों को अब उन्हें गोद में उठाकर बूथ पर मतदान कराने के लिए नहीं ले जाना होगा। मतदान कर्मी घर जाकर पोस्टल बैलेट के जरिए उनका मतदान कराएंगे। बुजूर्गों को कोरोना संक्रमण के खतरे से बचाने और मतदान प्रतिशतता बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ये पहल करने जा रहा है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासू ने आज शिमला में प्रेस वार्ता में बताया कि निर्वाचन आयोग ने बुजुर्ग मतदाताओं को पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा देने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि 80 साल से अधिक और विशेष श्रेणी के लोगों के लिए पोस्टल मतदान करने की सुविधा प्राप्त होगी। इनकी संख्या 50 हजार से अधिक है।
उपचुनाव के लिए 2796 पोलिंग स्टेशन बनाए, 40 पोलिंग स्टेशन महिलाओं द्वारा संचालित मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चार सीटों पर उपचुनाव के लिए 2796 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। मंडी संसदीय सीट पर सर्वाधिक 2365, फतेहपुर में 141, अर्की में 154 और जुब्बल कोटखाई में 136 पोलिंग स्टेशन हैं।
उन्होंने कहा कि 48 पोलिंग स्टेशन को अतिसंवेदनशील, 276 पोलिंग स्टेशन को संवेदनशील चिन्हित किया गया है। ऐसे पोलिंग स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे तथा सामान्य की तुलना में अधिक सुरक्षा बलों को तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 40 मतदान केंद्रों को महिलाओं द्वारा संचालित किया जाएगा। उपचुनाव वाले प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में ऐसे दो पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।
उपचुनाव में 1399 पोलिंग स्टेशन वेब कास्टिंग से जोड़े
चार सीटों पर उपचुनाव में बड़े पैमाने पर पोलिंग स्टेशन पर वेब कास्टिंग होगी। यानी कैमरे की नजर रहेगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चार सीटों के लिए स्थापित 2796 पोलिंग स्टेशनों में से 1399 पोलिंग स्टेशन वेब कास्टिंग से जोड़े जाएंगे। ऐसे पोलिंग सटेशन में वोट डालने को छोड़कर अन्य हर गतिविधि को चुनाव से संबंधित अधिकारी इंटरनल नेटवर्क के जरिए देख सकते हैं।
उपचुनाव में 15.5 लाख मतदाता करेंगे मतदान, 38 हजार से अधिक मतदाता पहली बार डालेंगे वोट
सी. पालरासू ने बताया कि चार सीटों पर 15.5 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जो प्रदेश के कुल मतदाताओं का एक तिहाई के करीब है। मंडी लोकसभा सीट में सर्वाधिक 12.99 लाख मतदाता हैं। फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में 87222, अर्की में 92609 और जुब्बल कोटखाई में 70965 मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि चारों सीटों पर 38305 युवा मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इसमें 20502 पुरुष और 17802 महिला मतदाता हैं।
उपचुनाव में सुरक्षा इंतजामों के लिए पैरामिलिट्री फोर्स की छह कंपनियों को जिम्मा
सी. पालरासू ने कहा कि प्रदेश में उपचुनावों को सही तरीके से संचालित करवाने के लिए छह पैरा मिलिट्री फोर्स की कंपनियां तैनात रहेंगी। यह मतदाताओं को निर्भीक होकर मतदान करने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि देश के पहले मतदाता श्याम शरण नेगी ने पोस्टल मतदान की सुविधा स्वीकार करने के बजाय, स्वयं मतदान केंद्र पर जाकर मतदान करने का निर्णय लिया है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान जिला उपायुक्त किन्नौर उन्हें स्वयं घर लेने गए थे और मतदान करवाया था। उसके बाद उन्हें वापस घर छोड़ा गया था। उन्होंने बताया कि चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के ख़र्चे पर भी निर्वाचन आयोग की कड़ी नजर रहेगी। विधानसभा का चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार के लिए ख़र्चे की अधिकतम राशि 30.70 लाख रुपए रखी गई है। जबकि लोकसभा में ये राशि 77 लाख रखी गई है।
उपचुनाव में चुनाव आयोग के पास पहुंची कर्मचारियों की 12 शिकायतें
उन्होंने कहा कि उपचुनाव के दौरान कर्मचारियों के खिलाफ कई शिकायतें आई हैं। यह शिकायतें कर्मचारी जो पिछले तीन साल से एक ही जगह पर सेवाएं दे रहे हैं, उनसे जुड़ी हुई हैं। 12 शिकायतें अभी लंबित पड़ी हुई हैं व उनकी जांच चल रही है।