संगड़ाह, 13 अक्तूबर : बुधवार को दुर्गा अष्टमी के अवसर पर प्रसिद्ध तीर्थ स्थल चूड़धार में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। प्राचीन मंदिर मे पेयजल संकट व भंडारे की व्यवस्था न होने के बावजूद हिमाचल के अलावा बाहरी राज्यों के श्रद्धालु काफी संख्या मे 15 किलोमीटर पैदल चलकर नौहराधार से चूड़धार पहुंच रहे हैं। यहां तापमान 0 डिग्री से नीचे पहुंच चुका है। कोहरा भी जमना शुरू हो गया है।
बावजूद इसके दुर्गा अष्टमी के अवसर पर सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने शिरगुल महाराज के दर्शन किए। हिमाचल के अलावा बाहरी राज्यों काफी के श्रदालु अथवा ट्रैकर भी चूड़धार पहुंचे। समुद्र तल से करीब 11, 969 फुट की ऊंची चूड़धार चोटी पर दिन भर हर-हर महादेव व शिरगुल महाराज की जय के नारे से गूंजते रहे। चूड़धार में कोविड महामारी की वजह से जहां शिरगुल देवता मंदिर में गत वर्ष से भंडारे की व्यवस्था नहीं है, वहीं उठाऊ पेयजल योजना बंद होने से पीने के पानी का संकट भी जारी है। सेवा समिति के सार्वजनिक शौचालयों को भी बंद करने की नौबत आन पड़ी है।
गौरतलब है कि, सिरमौर जिला के गिरीपार क्षेत्र में अष्टमी को आठों पर्व के नाम से मनाया जाता है और आज के दिन तीर्थ यात्रा का विशेष महत्व समझा जाता है। सिरमौर व शिमला के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली व चंडीगढ़ आदि से भी बुधवार को काफी संख्या में श्रद्धालु हरिपुरधार पहुंचे।