धर्मशाला, 11 अक्टूबर: चंद रोज पहले एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क द्वारा इस बात का खुलासा किया गया था कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वी व 12वी की परीक्षाओं के परीक्षा शुल्क में इजाफा किया है। चूंकि परीक्षाएं छमाही होनी है। लिहाजा दो बार शुल्क चुकाना पड़ेगा। अब ताजा घटनाक्रम में स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं व 12वीं कक्षा के शुल्क में 100 की कटौती का निर्णय लिया है। तीसरी, पांचवी व आठवीं की परीक्षा शुल्क को माफ़ करने को लेकर कोई आदेश जारी नहीं हुए है जबकि शिक्षा नीति में यह साफ है कि आठवीं तक की शिक्षा निशुल्क रहेगी। इसके अलावा खबर में 10वीं व 12वीं कक्षाओं के परीक्षा शुल्क में बढ़ोतरी का खुलासा भी हुआ था।
सोमवार को बोर्ड मुख्यालय में 23 शिक्षक संगठनों के अलावा निजी व सरकारी शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित हुई थी। इसमें तीन बिंदुओं पर चर्चा की जानी थी। परीक्षा शुल्क का मामला भी उठाया गया।
हिमाचल में पहली बार तीसरी, पांचवी व आठवीं के छात्रों से शिक्षा बोर्ड वसूलेगा परीक्षा शुल्क!
बोर्ड ने यह भी फैसला लिया है कि फर्स्ट व सेकंड टर्म की परीक्षा में 35% पाठ्यक्रम के आधार पर ही होंगी। 35 प्रतिशत पाठ्यक्रम बोर्ड पेपर में नहीं रहेगा। फर्स्ट टर्म नवंबर माह में जबकि सेकंड टर्म की परीक्षा अप्रैल 2022 में आयोजित की जाएगी। फर्स्ट टर्म की परीक्षाएं स्कूलों में ही स्टाफ द्वारा आयोजित की जाएगी। जबकि दूसरे टर्म की परीक्षा बोर्ड द्वारा संचालित की जाएगी।
उधर हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ ने बोर्ड द्वारा 10वीं व 12वीं की कक्षाओं के परीक्षा शुल्क में कटौती का स्वागत किया है। संघ ने कहा कि यद्यपि शिक्षा संघ के साथ हुई बैठक में बोर्ड द्वारा काफी सकारात्मक निर्णय लिए गए हैं। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत छमाही परीक्षाओं के सफल व व्यवहारिक संचालन हेतु चिंतन की आवश्यकता है।
बोर्ड की जनसूचना अधिकारी अंजू पाठक ने एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में कहा कि तीसरी, पांचवी व आठवीं के परीक्षा शुल्क को माफ़ करने को लेकर फ़िलहाल कोई फैसला नहीं हुआ है।