रिकांगपिओ, 05 अक्तूबर: किन्नौर में निगुलसरी से चौरा के बीच करीब 10 किलोमीटर का सफर जान जोखिम भरा हो गया है। मंगलवार सुबह भी चौरा के पास भारी चट्टान खिसकने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। मार्ग अवरुद्ध वहीं हुआ है जहां इस से पूर्व भी उसी क्षेत्र के आसपास दो बार लैंडस्लाइड हो चुका है। लोग भी आवश्यक हो तभी सफर कर रहे फिर भी डर है कि कब कहां भूस्खलन हो जाए।
पिछले कुछ माह से इस क्षेत्र में लगातार भूस्खलन हो रही है। एक तरफ भूस्खलन का होना अत्यधिक बारिश भी माना जा रहा है। लेकिन इस तरह बार-बार भूस्खलन से जहां जिला के पर्यटन क्षेत्र को भी असर पड़ सकता है वहीं मटर,सेब व अन्य नकदी फसल को मंडी तक पहचाना बागवानों व किसानों के लिए चुनोती भरा है।
जियोलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया बताएगी भूस्खलन का इलाज
उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक़ ने कहा कि चौरा में नए स्थान पर भूस्खलन हुआ है। सूचना मिलते ही तुरन्त प्रशासन की तैनाती कर दी गई थी। वहीं एनएच प्राधिकरण से कहा है कि चौरा क्षेत्र में बार-बार भूस्खलन को देखे। उन्होंने कहा कि एक जियोलॉजिस्ट की टीम रिकांगपिओ में तैनात है। निदेशक जियोलाजिकल दूसरी टीम किन्नौर आकर इन क्षेत्रों में भूस्खलन के बारे में जांच करेगी।