सोलन, 5 अक्तूबर : हिमाचल के 6 बार सीएम रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह का बतौर विधायक नाता कोटखाई-जुब्बल, रोहडू व अर्की विधानसभा क्षेत्र से रहा। आखिरी बार वो अर्की से ही चुनाव जीते थे। उनके निधन के बाद से ही इस सीट पर उप चुनाव होने जा रहे हैं। मगर, इस हलके में कांग्रेस के खेमे में बवंडर पैदा हो गया है।
हालांकि पहले संजय अवस्थी को टिकट का विरोध कर रहे कांग्रेस मंडल ने इस्तीफे की चेतावनी ही दी थी, लेकिन टिकट की आधिकारिक घोषणा होने से पहले ही अर्की कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रूप सिंह ठाकुर सहित सचिव राजेंद्र ठाकुर, उपाध्यक्ष रंजीत सिंह पाल, ललित मोहन ठाकुर, कांशी राम शर्मा, वेद ठाकुर, राजेश ठाकुर, रविश कौल, गीताराम ठाकुर, जय सिंह कौशल, कमल कौंडल व गौरव ठाकुर इत्यादि ने सामूहिक त्यागपत्र दिया है। ये सामूहिक इस्तीफे पार्टी प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप ठाकुर को भेजे जा रहे हैं।
नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान इस विधानसभा क्षेत्र से संजय अवस्थी को टिकट देने जा रहा है, जिसने 2017 के विधानसभा चुनाव में स्व. राजा वीरभद्र सिंह के विरुद्ध कार्य किया था। इसकी लिखित शिकायत स्व. राजा वीरभद्र सिंह ने जिला कांग्रेस को भी की थी। नाराज कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि इन सबके बावजूद पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला द्वारा पार्टी विरोधी कार्य करने वाले व्यक्ति को टिकट दिलवाया जा रहा है, जिसे सहन नहीं किया जा सकता।
हालांकि भाजपा-कांग्रेस के इस घमासान का सियासी फायदा उठाने की कोशिश कर सकती है, लेकिन बीजेपी को भी अपने खेमे को एकजुट रखकर उस हलके में चुनौती का सामना करना पड़ेगा, जहां दिवंगत वीरभद्र सिंह के निधन से सहानुभूति लहर भी हो सकती है। गौरतलब है कि सामूहिक इस्तीफे पर कांग्रेस के पदाधिकारियों के अलावा वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने हस्ताक्षर किए हैं, इनकी संख्या 50 है।