सोलन, 03 अक्टूबर : जिला के नालागढ़ तहसील की बदोखर पंचायत के रुगी गांव के शौर्यचक्र विजेता नायब सूबेदार जगतराम ने बीते कल अंतिम सांस ली। नायब सूबेदार जगतराम का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ किया गया। सपाटु सेना छावनी के जवानों ने उन्हें अंतिम सैल्यूट किया। उसके बाद बेटों ने उनकी पार्थिव देह को मुखाग्नि दी।
जानकारी के अनुसार नायब सूबेदार जगतराम 05 जनवरी 1985 को सेना में भर्ती हुए थे व 01 फरवरी 2011 को सेना से सेवानिवृत्त हुए। अपने सेवाकाल के दौरान शत्रुओं को धूल छकाते हुए इन्हें शांतिकाल के सर्वोच्च सम्मान शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।
2005 में वह जेके राइफल में हवलदार के पद पर तैनात थे। इस दौरान 9 सितंबर 2005 को जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन पीर के दौरान आतंकवादियों को ढेर करने में अग्रणी भूमिका निभाई थी। इस वीरता पर उन्हें शौर्य चक्र से तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने अलंकृत किया था।
उल्लेखनीय है कि इनका एक बेटा भी भारतीय सेना में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। गांव के आस-पास के क्षेत्र के लोगों ने वीर सैनिक की शहादत के चर्चे करते हुए नम आंखों से जांबाज सैनिक को अंतिम विदाई दी। इस अवसर पर जिला के विभिन्न क्षेत्रों से पूर्व सैनिकों ने शौर्य चक्र विजेता नायब सूबेदार जगतराम की अंत्येष्टि में भाग लिया।