सोलन, 3 अक्तूबर : हिमाचल के नालागढ़ उपमंडल की मझौली पंचायत में 2 अक्तूबर की ग्राम सभा में पंचायत प्रधान पत्नी की कुर्सी पर पति विराजमान हो गया। ये आरोप, ग्रामीणों ने खंड विकास अधिकारी नालागढ़ को भेजी शिकायत में लगाए हैं। मामला, 2 अक्तूबर का है। मामले को लेकर एक तस्वीर भी सामने आई है। इसमें पंचायत प्रधान का पति कुर्सी पर उस समय बैठा हुआ नजर आ रहा है, जब ग्राम सभा को लेकर कार्रवाई शुरू की जानी थी। हालांकि तस्दीक के बाद ही असल बात सामने आएगी, लेकिन इतना तय है कि मझौली पंचायत की महिला प्रधान विवादों में घिर गई हैं।
राज्य में अक्सर ही इस बात के आरोप लगते रहे हैं कि महिला प्रधानों के कार्यों में पतियों द्वारा दखल अंदाजी की जाती है। इसको लेकर पंचायतीराज विभाग ने कुछ समय पहले स्पष्ट निर्देश भी जारी किए थे। दीगर है कि कई मर्तबा अशिक्षित प्रधानों के कार्यों में भी बाहरी दखल अंदाजी होती है। ये बात भी जांच के बाद ही सामने आएगी कि क्या वास्तव में ही प्रधान का पति धौंसबाजी करने के लिए कुर्सी पर बैठा था या फिर माजरा कुछ ओर है। अलबत्ता, ये जांच का विषय तो बन ही गया है।
उधर, जब मीडिया ने महिला पंचायत प्रधान के पति राजेंद्र से बात की तो उन्होंने बताया कि वो पंचायत घर में ग्राम सभा के लिए गए थे। वो जिस कुर्सी पर बैठे थे, उसके बारे में जानकारी नहीं थी कि वो चेयर प्रधान की है। इसके आगे कोई नेम प्लेट भी नहीं थी। महिला के पति ने कहा कि वो गलती से उस कुर्सी पर बैठ गए थे। अगर कोई चूक हुई है तो इसके लिए वो माफी चाहते हैं।