सुंदरनगर, 03 अक्तूबर : उपमंडलमें पूर्व सैनिक और पुलिस में चल रहे घमासान के बीच अब स्थानीय लोग और अकादमी के प्रशिक्षु भी शामिल हो गए हैं। रविवार को हिमाचल डेंटल कॉलेज के साथ रिहायशी इलाके की महिलाओं व पूर्व सैनिक द्वारा चलाए जाने वाली एकेडमी के प्रशिक्षुओं के बीच हिंसक झड़प हो गई।
बता दे कि चंद रोज पहले उस समय बवाल पैदा हो गया था, जब अकादमी चलाने वाले पूर्व फौजी को कथित तौर पर नशे की हालत में पुलिस उठा कर ले गई थी। बाद में पूर्व फौजी से मारपीट के आरोप को पुलिस ने खारिज किया था। आरोप व प्रत्यारोपो का सिलिसला शुरू हो गया है। पहले ये मामला पुलिस व फौजी के बीच में था, लेकिन अब इस मामले ने नया मोड़ ले लिया है।
इस घटना के बाद आनन-फानन में दोनों पक्ष पुलिस थाना सुंदरनगर पहुंचे गए। वहां पर भी माहौल तनावपूर्ण होने के कारण पुलिस को दिन दहाड़े थाना के मुख्य द्वार को बंद करना पड़ गया। वायरल हो रहे वीडियो में महिलाओं पर पथराव के आरोप भी लगाए जा रहे है, जबकि एक महिला ने आरोप लगाया है कि एक प्रशिक्षु सुबह-सुबह उसका वीडियो बना रहा था।
मौके पर स्थानीय लोगों व दर्जनों प्रशिक्षु युवाओं का हुजूम पुलिस थाना के बाहर लग गया। मामले में दोनों पक्षों के द्वारा एक दूसरे पर मारपीट करने को लेकर शिकायत दी गई है। वही घटना की संवेदनशीलता देखते हुए एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री और डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार भी मौजूद रहे।
बता दें कि नगर परिषद सुंदरनगर के वार्ड नंबर-4 में रहने वाले एक पूर्व सैनिक द्वारा हिमाचल डेंटल कॉलेज के समीप रिहायशी क्षेत्र एकेडमी चलाई जाती है। इसमें सेना और पुलिस भर्ती के लिए युवाओं को शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता हैं। पूर्व सैनिक द्वारा मामले में पुलिस पर थाना में मारपीट के आरोप भी लगाए गए थे। वहीं मामले में पुलिस थाना सुंदरनगर ने आरोपी के खिलाफ सीआरपीसी की धारा-107 और 151 में कार्रवाई अमल में लाई थी। सवाल इस बात पर भी है कि महिलाओं ने इस तरीके से क्यों हिंसक रूप धारण कर लिया है। पुलिस को रविवार की झड़प में असल कारणों का भी पता लगाना होगा।
ये है विवाद की जड़
ऐसा माना जा रहा है कि रिहायशी इलाके में अकडेमी ही विवाद का जड़ है। आसपास रहने वाले लोग इसका विरोध कर रहे है, क्योंकि प्रशिक्षुओ की तड़के ट्रेनिंग से शोर तो होता ही है, साथ ही अन्य दिक्कते भी होती हैं।
उधर प्रशिक्षु चाहते है कि अकादमी का सुचारू तरीके से संचालन होता रहे, ताकि वो इसका लाभ ले सके। यही वजह हो सकती है कि स्थानीय लोग व प्रशिक्षु आमने सामने आ गए है।