नाहन, 2 अक्तूबर : ऐतिहासिक बाजार में अतिक्रमणकारी दुकानदारों पर नगर परिषद ने चाबुक चलाया है। खास बात ये रही कि नगर परिषद की टीम पुलिस की सुरक्षा के बीच दबे पांव पहुंची थी, क्योंकि टीम के आने की भनक लगते ही दुकानदारों द्वारा पलक झपकते ही अतिक्रमण को हटा दिया जाता है। टीम ने तीन दुकानदारों का सामान जब्त किया है। इसमें से एक मामले में 1000 रुपए का जुर्माना करने के बाद केस को कंपाउंड भी कर लिया गया है।
बता दें कि कुछ समय पहले ही नगर परिषद की टीम ने बाजार का राउंड लगाकर दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी थी। उस दौरान कोई भी चालान नहीं किया गया था, केवल हिदायत ही जारी की गई थी। नगर परिषद का तर्क है कि बढ़ते अतिक्रमण के कारण आपातकालीन स्थिति में फायर ब्रिगेड या एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाती। इसके अलावा खूबसूरती पर भी ग्रहण लगता है। हालांकि, लोग अतिक्रमण के खिलाफ नगर परिषद की मुहिम की प्रशंसा करते नजर आए, लेकिन ये बात भी उनको खटक रही थी कि क्या रसूखदारों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी या नहीं।
दीगर है कि नगर परिषद ने अतिक्रमण के खिलाफ सख्त मुहिम छेड़ी हुई है। हाल ही में गुन्नुघाट में एक दुकानदार ने स्कूटी को पार्क करने के लिए प्लेटफार्म बना दिया था। मगर नगर परिषद ने तुरंत ही इसे तोड़ दिया। इसके अलावा शुक्रवार को भी दोसड़का में चलती-फिरती रेहड़ी की आड़ में बनाई गई दुकान को भी नगर परिषद की टीम ने तोड़ा था। उधर, नगर परिषद के वर्क सुपरवाइजर सुलेमान ने पुष्टि करते हुए कहा कि तीन दुकानों का सामान जब्त किया गया है, जिसे बाजार में अतिक्रमण कर रखा गया था।