शिमला, 30 सितंबर: हिमाचल प्रदेश की प्रथम महिला प्रधान मुख्यारण्यपाल (वन बल प्रमुख) डॉ सविता भारतीय वन सेवा में 36 साल की सेवा के पश्चात् सेवानिवृत्त हुईं। वह राज्य की पहली महिला IFS अधिकारी हैं, जो वन विभाग के शीर्ष पद पर पहुंचीं तथा उन्होंने एक वर्ष और एक महीने के लिए प्रधान मुख्यारण्यपाल ( वन बल प्रमुख ) के रूप में कार्य किया।
वह भारतीय वन सेवा की 1985 बैच की अधिकारी हैं। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से ग्रामीण विकास में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। 36 वर्ष 4 महीने और 3 दिनों के लंबे कार्यकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न पदों पर राज्य और केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर कार्य किया। इनमें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी देहरादून में प्रोफेसर, प्राचार्य एस एफ एस कॉलेज देहरादून, भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के निदेशक के कार्यकाल उल्लेखनीय थे।
उप निदेशक (आईसीएफआरई), देहरादून के रूप में प्रथम आईएफएस अधिकारी, निदेशक एफआरआई के रूप में प्रथम महिला अधिकारी और एफआरआई विश्वविद्यालय देहरादून के कुलपति के रूप में उनकी उपलब्धियां उल्लेखनीय हैं। राज्य में वह एकमात्र महिला अधिकारी हैं जिन्होंने पीसीसीएफ (वन्य जीव) के साथ-साथ पीसीसीएफ (वन बल के प्रमुख) दोनों के रूप में कार्य किया।
वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनके सेवानिवृत्ति के उपलक्ष में उन्हें सम्मानित कर उनके स्वस्थ और समृद्ध भविष्य के लिए प्रार्थना की।