राजगढ़ 30 सितंबर : होनहार बीरवान के होत चिकने पात। यह कहावत शचिन्द्र नाथ शर्मा पर खरी उतरती है, जिसने कड़ी मेहनत से वैज्ञानिक बनकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में जाने का सपना पूरा किया है। राष्ट्रीय स्तर (National Level) की इस कठिन परीक्षा में शचिन्द्र नाथ शर्मा ने देश भर में 25वां रैंक (AIR #25) हासिल किया है। शचिन्द्र के इसरो में चयन होने पर समूचे राजगढ़ क्षेत्र में खुशी का माहौल है। माता-पिता तथा परिवार के अन्य सदस्यों को बधाई देने वालों का तांता लग गया है।
बता दें कि 26 वर्षीय शचिन्द्र नाथ शर्मा मूलतः राजगढ़ के पालू गांव से संबध रखते हैं। शचिन्द्र ने 9वीं कक्षा तक की शिक्षा सुन्दरनगर में ग्रहण की, क्योंकि इनके पिता यतिन्द्र नाथ शर्मा उन दिनों राजकीय पॉलटेकनिक कॉलेज (Government Polytechnic College) में सेवारत थे। मौजूदा में शचिन्द्र पॉलटेकनिक कॉलेज धौलाकुंआ में ऑटोमोबाईल (Auto Mobile) विषय के प्रमुख हैं। इसके उपंरात शचिन्द्र ने दसवी की पढ़ाई केबी डीएवी स्कूल (KB DAV School)चंडीगढ़ में की और 96 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। इसी प्रकार जमा दो तक भी पढ़ाई भी चंडीगढ़ में ही की। इसके उपरांत जेईई मेन (JEE Main) परीक्षा पास की और चयन पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (Punjab Engineering College) चंडीगढ़ में हुआ, जहां से शचिन्द्र ने बीटेक (B.Tech) की डिग्री हासिल की।
शचिन्द्र शर्मा ने बताया कि बीटेक करने के उपरांत वर्ष 2018 में हीरो मोटर कॉरप (Hero Motor Corp.) में नौकरी मिल गई, परंतु वह इसरो में वैज्ञानिक (Scientist in ISRO) बनाने चाहते थे। सात महीने उपरांत शचिन्द्र ने नौकरी छोड़ दी और घर ही में इसरो में वैज्ञानिक बनने की तैयारी में जुट गए। जनवरी 2020 में इसरो के लिए आयोजित प्रतियोगिता में भाग लिया गया, परंतु कोरोना काल के चलतेे परिणाम आने में विलंब हो गया।अब देश भर में 25वां स्थान प्राप्त किया है। शचिन्द्र ने बताया कि इस प्रतियोगिता में देश भर के असंख्य युवाओं ने भाग लिया था।
शचिन्द्र ने बताया कि पिता उन्हें सिविल सर्विस(Civil Services) के लिए प्रेरित कर रहे थे, परंतु उनका सपना देश का एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक बनना था। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरूजनों को दिया है, जिनके आर्शिवाद से उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है।
पझौता स्वतंत्रता सेनानी कल्याण समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश और पूर्व जिप सदस्य शकुंतला प्रकाश ने शचिन्द्र नाथ को बधाई देते हुए कहा कि इसरो में जाने वाले राजगढ़ क्षेत्र के पहले युवा है, जिन्होने देश, प्रदेश और विशेषकर राजगढ़ क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि पालु गांव के इसी परिवार की दो बेटियां अनुष्का और मनस्वी एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई कर रही है। इस गांव से निशांत शर्मा खंड विकास अधिकारी के अतिरिक्त दो बेटियां पूनम और आभा पपरोला में आयुर्वेदाचार्य(Ayurvedacharya) कर रही है। इसी गांव की बेटी रंजना शर्मा कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है।