नाहन, 28 सितंबर : आधी रात को शिमला-नाहन-देहरादून हाईवे को देहली गेट व यशवंत चौक पर जाम करने को लेकर पुलिस ने चार व अन्यों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आईपीसी की धारा-143 व 341 के अलावा गैर कानूनी सभा के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सूत्रों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों में चार की पहचान की गई है, जबकि बाकियों की शिनाख्त की जा रही है। पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों तरफ लगभग 90 वाहन रात साढ़े 12 बजे तक फंसे हुए थे।
बता दें कि डीएसपी (मुख्यालय) मीनाक्षी की दखल पर जाम बहाल हो पाया। डीएसपी ने प्रदर्शनकारियों को संबोधन के दौरान शांतिपूर्ण तरीके से हाईवे खोलने की अपील की। हिन्दू जागरण मंच के प्रदर्शनकारी आरोप लगा रहे थे कि फायर ब्रिगेड कार्यालय के सामने मंदिर में गश्त के दौरान पुलिस कर्मियों ने बदसलूकी की। हालांकि मंदिर में मौजूद युवक भी फेसबुक लाइव कर रहे थे, लेकिन इसकी तस्दीक जांच में ही हो पाएगी कि आखिर माजरा क्या था।
दीगर है कि प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में जाम में फंसे व अन्य लोग पुलिस के समर्थन में आ गए थे। उल्लेखनीय है कि शहर में बढ़ रही चोरी की वारदातों व ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कुछ अरसे से पुलिस ने गश्त को बढ़ाने का निर्णय लिया है।
सूत्रों का ये भी कहना है कि प्रदर्शन में लगभग 100 युवक शामिल थे, जिन्होंने पहले देहली गेट पर जाम लगाया। इसके बाद वो यशवंत चौक पर बैठ गए। एसपी ओमापति जमवाल ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में मामला दर्ज होने की पुष्टि की है। उनका कहना था कि प्रदर्शनकारियों द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं, उनकी अलग से जांच होगी।
आरोप व प्रत्यारोप…
प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि गश्त करने वाले पुलिस कर्मियों ने उनके खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया, जब वो मंदिर में मौजूद थे। वहीं, पुलिस की दलील थी कि गश्त के दौरान किसी से भी कोई बदसलूकी नहीं की गई। सामान्य गश्त के दौरान केवल युवकों को इतना कहा गया कि इस मंदिर में चोरी हो चुकी है।