नाहन, 27 सितंबर : डाॅ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज की इंटर्न (Intern) तरनजोत कौर देश के बहुचर्चित शो (popular show) ‘‘कौन बनेगा करोड़पति’’ (KBC) की हाॅट सीट पर बैठने से एक कदम की दूरी से चूक गई हैं। इससे वो निराश (disappoint) नहीं है, क्योंकि वो जानती है कि लगभग दो करोड़ प्रतिभागियों (participants) में से टाॅप-10 में जगह बनाकर फास्टेस्ट फिंगर फस्र्ट (Fastest Finger First) तक पहुंचना भी बेहद ही कठिन (Difficult) था।
सोमवार रात प्रसारित शो (aired show) में डाॅ. तरनजोत कौर भी इस शो के फास्टेस्ट फिंगर फस्र्ट में सबसे कम उम्र की प्रतिभागी रही। मूलतः कांगड़ा के धर्मशाला की रहने वाली तरनजोत कौर का केबीसी में सफर चुनौतीपूर्ण (challenging) रहा।
इत्तफाकन, एप्प से एक जवाब देने पर रैंेडम काॅल आ गई थी। इसके बाद ऑनलाइन ही सवालों की झड़ी का सामना करना पड़ा। साथ ही एक बार साक्षात्कार (Interview) के लिए दिल्ली भी गई। जब ये तय हो गया कि केबीसी के फास्टेस्ट फिंगर में तरनजोत कौर भी प्रतिभागी बनने जा रही हैं, इसके बाद केबीसी की टीम ने समूचे मेडिकल कॉलेज का फिल्मांकन (filming) भी किया था। अगर हाॅट सीट पर बैठती तो ये शूट एयर होता।
रोचक बात ये है कि ट्रेवलर काउंसलर (travel counselor) पिता देवेंद्र सिंह करीब 12 साल से केबीसी में हिस्सा लेने की ट्राई कर रहे हैं, मगर उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया। लेकिन बेटी डाॅ. तरनजोत कौर केबीसी के उस मंच तक पहुंच गई, जहां देश के करोड़ों लोग पहुंचने का सपना देखते हैं।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से सोमवार रात शो शुरू होने के बाद तरनजोत कौर ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से फोन पर खास बातचीत की। उनका कहना था कि केबीसी में पहुंचने के लिए एक लंबी प्रक्रिया में हिस्सा लिया। रैंडम काॅल (random call) के बाद उनका चयन आॅनलाइन प्रतियोगिता के लिए हुआ। इसमें सामान्य ज्ञान (general knowledge) से जुड़े कई सवालों के जवाब देने थे।
इसके बाद उन्हें एक साक्षात्कार (Interview) के लिए दिल्ली बुलाया गया था। इसमें सामान्य ज्ञान के साथ-साथ कम्युनिकेशन दक्षता (communication efficiency) की भी परख हुई। इस दौरान कैमरे में पूरी रिकॉर्डिंग भी होती रही। ये सब कुछ हो जाने के बाद सितंबर के पहले सप्ताह में मुंबई का न्यौता मिला।
उनका कहना था कि करीब दो करोड़ प्रतिभागियों में से फास्टेस्ट फिंगर तक 80 से 100 लोग ही पहुंचते हैं। वो इस सफर को करने के बाद रोमांचित महसूस (feel thrilled) करती हैं। इस बात का कोई मलाल नहीं है कि हाॅट सीट पर नहीं बैठ पाई, क्योंकि वहां तक पहुंचकर शो के होस्ट अमिताभ बच्चन से मिलना भी काफी अहम है।
उन्होंने बताया कि वो सबसे छोटी उम्र की प्रतिभागी थी। 24 वर्षीय तरनजोत कौर ने कहा कि वो अपने मेडिकल के क्षेत्र में ही आगे बढ़ना चाहती है। उनका कहना ये भी था कि शायद, एक बार हिस्सा लेने के बाद दोबारा मौका नहीं मिलता। अगर मौका मिलता है तो दोबारा कोशिश करने में भी कोई हर्ज नहीं है। गौरतलब है कि डाॅ. तरनजोत कौर की माता लवजोत कौर गृहणी हैं।