नेरचौक, 26 सितंबर : हर एक योजना चाहे वो देश की सुरक्षा का मामला ही क्यों न हो, विज्ञापन की तर्ज पर पेश कर जनता को गुमराह करना भारतीय जनता पार्टी की आदत बन गया है। वीर सैनिकों की शहादत या कोविड काल भाजपा हर बात को इवेंट की तरह प्रस्तुत कर आपदा में अवसर का लाभ उठाने का घिनौना कार्य कर रही है। यह बात पूर्व आबकारी एवं कराधान मंत्री तथा कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रकाश चौधरी ने जारी प्रेस बयान में कही है।
प्रकाश चौधरी ने कहा कि अब गरीबों को मुफ्त राशन देने की नौटंकी कार्यक्रम शिमला से केंद्रीय खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मंत्री पीयूष गोयल द्वारा लाभार्थियों से बात कर शुरू किया गया है। केंद्रीय मंत्री तथा मुख्यमंत्री द्वारा बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीनों पर गरीब आदमी पर एहसान एवं उनका मजाक उड़ाने का कार्य किया गया। हैरत की बात तो यह है कि यह राशन भी वही है, जो पहले ही सरकारें भी डिपुओं में गरीबों को मिल रहा है। इसकी मात्रा भी उतनी ही है, जितना डिपुओं के माध्यम से गरीबों को पहले मिल रही थी। अब नौटंकी यह की जा रही है कि गरीबों को दिया जाने वाला राशन सरकार की उपलब्धियों में शुमार है। इसके लिए राशन डिपुओं में न देकर एलईडी स्क्रीनों के सामने दिया जा रहा है।
पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी ने कहा कि इस नौटंकी से गरीब को कोई अतिरिक्त लाभ होने वाला नहीं है, उल्टा उन्हें यह राशन लेने के लिए डिपुओं के बजाए अब बीजेपी के निर्देशानुसार प्रसारण स्थलों पर जाना पड़ेगा। नौटंकी में सरकार ने गरीबों का मजाक उड़ा वाहवाही लूटने का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि इस चक्कर में गरीबों को राशन देने के लिए सरकारी खजाने से कितने धन का दुरुपयोग किया गया है। वैसे भी उचित मूल्य की दुकानों से 25-25 बीपीएल परिवारों को राशन जो उनको वैसे भी मिलना ही है, वह राशन एहसान जताकर एलईडी स्क्रीनों के सामने देना गरीब आदमी का मजाक उड़ाना क्या गलत नहीं है।