शिमला, 23 सितम्बर : हिमाचल प्रदेश में मानसून विदा होने से पहले कड़े तेवर दिखा रहा है। सितंबर में जुलाई की तर्ज पर मूसलधार बारिश होने से लोग हैरान हैं और आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। मानसून की लगातार बारिश से जगह-जगह भूस्खलन से 123 सड़कों पर आवाजाही ठप पड़ गई है। शिमला जिला में मूसलाधार बारिश हुई है। यहां बुधवार देर शाम से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला वीरवार दिन भर जारी रहा। बारिश से अप्पर शिमला में सेब सीजन पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है।
जिले के उंचाई वाले इलाकों में जहां सेब तुड़ान का काम रूक गया है, वहीं सड़कों के अवरूद्व होने से बागवानों को अपना सेब समय पर मंडियों में पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भूस्खलन से शिमला जोन में 90 सड़कें बंद हैं। इनमें 44 सड़कें रोहड़ू सर्कल में अवरूद्व हैं। मंडी जोन में 18, हमीरपुर जोन में नौ और कांगड़ा जोन में छह सड़कों पर आवाजाही ठप हुई है। विभाग ने सड़कों की बहाली के लिए 187 के करीब मशीनरी (जेसीबी, टिप्पर और डोजर) तैनात की है।
शिमला के ठियोग उपमंडल में जोरदार बारिश से राही घाट-क्यारटू सड़क का कुछ मीटर हिस्सा पनी में बह गया। ऐसे में इस सड़क पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप पड़ गई है। इसी तरह छोल-कोटखाई सड़क भी भूस्खलन से अवरूद्व हो गई है। शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि जिले में पिछले कल से हो भारी बरसात से तीन मुख्य सड़कें और कई संपर्क सड़कें बंद हैं।
उन्होंने कहा कि शिमला ग्रामीण, रामपुर और चौपाल में मुख्य सड़कें भूस्खलन से बाधित हुई हैं। इसी तरह रामपुर व चौपाल में अधिकांश संपर्क सड़कें भी बंद हैं। इन्हें बहाल करने का कार्य युद्वस्तर पर चल रहा है। उन्होंने बताया कि व्यापक बारिश से जिले में 22 ट्रांसफार्मरों के ठप पड़ने से बिजली आपूर्ति बाधित हुई है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक मूसलधार बारिश से बिलासपुर में चार मकान क्षतिग्रस्त हुए। जबकि हमीरपुर, शिमला और ऊना में एक-एक मकान को नुकसान पहुंचा। राज्य में नौ पशु शालाएं भी धराशायी हुई। बिलासपुर में पांच, मंडी में दो और ऊना व हमीरपुर में एक-एक पशुशाला भी ध्वस्त हो गईं।
मौसम विभाग के मुताबिक 24 से 27 सितम्बर तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहेगा और अधिकतर इलाकों में मध्यम दर्जे की बारिश होगी, जबकि उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात होने के आसार हैं। हालांकि मौसम विभाग ने प्रदेश में कहीं भी भारी बारिश का अलर्ट जारी नहीं किया हैे। इस बार मानसून की बारिश को लेकर बन रहे समीकरण देखें तो माना जा रहा है कि यह अक्टूबर में ही रुखसत होगा।