धर्मशाला, 10 सितंबर : टैट परीक्षा में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों के प्रमाणपत्र की वैधता आजीवन कर दी गई थी। इसी बीच इसको लेकर हिमाचल के स्कूल शिक्षा बोर्ड ने एक अहम जानकारी दी है। बोर्ड ने कहा कि इन परीक्षाओं का आयोजन 2012 से किया जा रहा है। उत्तीर्ण परीक्षार्थियों के प्रमाणपत्र पर वैधता अवधि 7 वर्ष लिखित है।
बोर्ड ने इन प्रमाणपत्रों को प्रतिस्थापित करते हुए अध्यापक पात्रता परीक्षा प्रमाणपत्र की वैधता को आजीवन कर दिया है। लेकिन बोर्ड ने ये साफ कर दिया है कि गत वर्षों में आयोजित की गई टैट परीक्षाओं में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों को नए संशोधित प्रमाणपत्र जारी नहीं किए जाएंगे।
जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बोर्ड के अध्यक्ष सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि शिक्षा विभाग ने भर्ती व पदोन्नति नियमों में अध्यापक पात्रता परीक्षा के प्रमाणपत्र की वैधता को 7 साल तय किया था। उसे राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने आजीवन करने के आदेश जारी किए थे। निहित प्रावधानों की अनुपालना करते हुए राज्य सरकार द्वारा प्रमाणपत्र की वैधता को प्रतिस्थापित कर दिया है।