शिमला, 10 सितंबर : राजधानी में पुलिस ने शातिराना तरीके से लक्की ड्राॅ का झांसा देकर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। अहम बात ये है कि इसमें एक युवती भी शामिल थी, साथ ही तमाम आरोपियों की उम्र 25 से 29 साल के बीच है। यानि, युवा पीढ़ी अपराध की दलदल में फंसी हुई है।
दरअसल, 6 सितंबर 2021 को एक महिला की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ। इसके मुताबिक वो अपने पति के साथ शिमला मालरोड पर घूमने आई थी। इसी बीच उन्हें कुछ लोगों ने लक्की कूपन के बारे में बताया। एक कूपन स्क्रैच करने को भी कहा। इसके बाद दंपत्ति को स्क्रैच में विजेता बनने की बात कही। साथ ही कहा गया कि वो 10 साल तक अलग-अलग राज्यों में घूम सकते हैं। इसके लिए दंपत्ति से बेहद शातिर तरीके से पंजीकरण व सदस्यता की एवज में 1.40 लाख रुपए की मांग की गई।
महिला ने बाद में जब ठगों की फर्म की सत्यता को जांचने की कोशिश की, तब उन्हें पता चला कि उनके साथ धोखा हो चुका है। जांच के दौरान पुलिस ने लक्की कूपन से जुड़ी सामग्री व अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं। इसमें एक लैपटाॅप, स्वाइप मशीन व अलग-अलग तरह के आवेदन पत्र शामिल हैं।
आरोपियों की पहचान बिहार के रहने वाले 29 वर्षीय नितेश कुमार यादव पुत्र बिंदेश्वर प्रसाद, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर निवासी 25 वर्षीय रजनीकांत पांडे पुत्र रामजी पांडे, नाॅर्थ दिल्ली के 27 वर्षीय अरूण चौधरी पुत्र यशवीर चौधरी, झारखंड के 27 वर्षीय अमरीश दूबे पुत्र बशिष्टा दूबे व 27 साल की निष्ठा कुमारी पुत्री दीपन सिंह निवासी झारखंड के तौर पर की गई है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर सकती है कि चार राज्यों के युवाओं ने संगठित होकर ऐसी वारदातों को पहले भी अंजाम दिया है या नहीं। एसपी मोनिका भुटुंगरू ने आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।