हमीरपुर,9 सितंबर: शहर में मनमाने तरीके से हो रहे चालान से आमजन परेशान हो गए हैं। आलम यह हुआ है कि वीरवार को हमीरपुर की जनता के सब्र का बांध टूट गया। शहर के कई व्यपारियो ने सड़कों पर आकर चक्का जाम कर दिया।
हुआ यूं कि एक व्यक्ति बाजार में सामान लेने आया था। बस केवल 2 मिनट ही व्यक्ति ने स्कूटी दुकान के बाहर खड़ी की, लेकिन जैसे ही व्यक्ति सामान लेकर दुकान से बाहर निकला तो उसे पुलिस ने 1500 का चालान थमा दिया।
लोगों का कहना है कि जिस तरह से शहर में चालान हो रहे हैं, ऐसा शायद ही कही नहीं हो रहा हो, यहां तक कि अब शहर को चालान “कैपिटल ऑफ हिमाचल” भी कहा जाने लगा है। एक ही गाड़ी के दो- दो, तीन तीन बार चालान अक्सर देखने को मिल रहे हैं।
लोगों का रोष इस बात से भी है कि पुलिस वाले मोहलों की गलियों में भी आकर चालान कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि उनकी स्कूटी के नंबर पर कार के चालान घर पहुंच जाते हैं और जब पुलिस से इसके बारे में पूछा जाता है तो कोई भी जवाब नहीं मिलता है। अंधाधुंध हो रहे चालानो का आलम ये है कि पिछले कल ही 2500 से अधिक चालानों को हमीरपुर के विभिन्न कोर्टों से ट्रैफिक मजिस्ट्रेट के पास ट्रांसफर करना पड़ा।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है की अंधाधुंध हो रहे चालानों से लोग गाड़ी ले कर बाजार नही आ रहे, जिससे उनका व्यापार प्रभावित हो रहा है। इसी के चलते कई व्यापारियों ने अपना कारोबार शहर के बाहर स्थापित करना शुरू कर दिया है।
लोगों का यह भी कहना है देश के सबसे शिक्षित जिला के लोग क्या इतने ही नासमझ हैं की उनको ट्रैफिक नियमों की जानकारी नही है, और वो इतनी बड़ी संख्या में नियमों की अवहेलना कर रहे हैं।
स्थानीय व्यापारियों और लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र अति शीघ्र इस विषय पर कार्रवाई करें। जो अधिकारी इतने अधिक समय से ट्रैफिक में काम कर रहें है उनका स्थानांतरण कहीं और किया जाए ताकि जो पुलिस पर पिक एंड चूज के आरोप लगते हैं उन पर विराम लगाया जा सके।