मंडी,09 सितम्बर: चंबा जिला का साच पास दर्रा हिमाचल प्रदेश के उन दर्रों में शामिल है जिसे पैदल पार करना भी काफी मुश्किल होता है। लेकिन ऐसे में हिमाचल प्रदेश के 6 लोगों ने इस दर्रे को साइकिल पर सवार होकर पार किया है। माना जा रहा है कि यह नया रिकॉर्ड है और आज दिन तक इस दर्रे को साइकिल से किसी ने भी पार नहीं किया है। पेश है एक रिपोर्ट।
हिमाचल प्रदेश के 6 लोगों ने चंबा जिला के साच पास दर्रे को साइकिल पर सवार होकर पार करने का नया रिकार्ड बनाया है। हालांकि 6 में से सिर्फ 2 लोग ही अपनी यात्रा को पूरा कर पाए, लेकिन दर्रे को लांघने में सभी को सफलता मिली है।
आईएएस अधिकारी संदीप कुमार, मंडी जिला निवासी फोटो जर्नलिस्ट जसप्रीत पाल, ऊना जिला निवासी जसवीर सिंह, जगतार सिंह, राजेंद्र मनन और डा. रोहित ने 29 अगस्त को मनाली से चंबा के लिए बाया साच पास साइकिल पर अपनी यात्रा को शुरू किया। पांचवे दिन यानी 2 सितंबर को ये सभी साच पास से होते हुए चंबा जिला मुख्यालय पहुंचे और अपनी 372 किमी की यात्रा को साइकिल के माध्यम से पूरा किया।
मंडी जिला निवासी जसप्रीत पाल ने बताया कि साच पास पहुंचने में उन्हें काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा क्योंकि वहां ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा कमी थी। 4550 मी की ऊंचाई पर साइकिल को पैडल से हांकते वक्त ऐसा लग रहा था कि शरीर साथ नहीं दे रहा है, लेकिन सभी ने हिम्मत बनाए रखी और साच पास पहुंचते ही सभी की थकान गायब हो गई। वहां साइकिल से पहुंचना अपने आप में बड़ी बात थी और यह सभी के लिए गौरवान्वित करने वाला पल था।
बता दें कि जसप्रीत पाल इससे पहले निजी कंपनी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय साइकिलिंग प्रतियोगिता को जीत चुके हैं और हाल ही में आईएएस अधिकारी संदीप कुमार के साथ चंद्रताल तक की यात्रा को भी साइकिल से पूरा कर चुके हैं। इन दोनों ने उसी दौरान साच पास होकर चंबा जाने की ठान ली थी, जिसे अब इन्होंने पूरा करके दिखाया है। इस बार इन दोनों ने पर्यावरण संरक्षण, फिट इंडिया मूवमेंट और पर्यटन को बढ़ावा देना अपनी इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य बनाया। उन्होंने रास्ते में फेंका गया कचरा भी एकत्रित किया।
जसप्रीत पाल ने बताया कि चंबा पहुंचकर उन्हें मालूम हुआ कि साच पास को आज दिन तक किसी ने भी साइकिल से नहीं लांघा है। कुछ वर्ष पूर्व एक व्यक्ति ने इसकी कोशिश की थी लेकिन वो साच पास तक नहीं पहुंच सका था। इन्होंने इसकी सारी जानकारी जुटा ली है और अब यह अपने इस रिकॉर्ड को दर्ज करवाने की दिशा में आगे बढ़ने जा रहे हैं। बता दें कि यात्रा 6 लोगों ने शुरू की थी लेकिन तीसा के पास चार लोगों ने किन्हीं कारणों से इसे बीच में ही छोड़ दिया जबकि संदीप कुमार और जसप्रीत पाल ने इसे चंबा तक पूरा किया।
निश्चित तौर पर यह एक कठिन और जोखिम भरी यात्रा कही जा सकती है। क्योंकि साच पास जैसे दर्रे पर ऑक्सीजन की इतनी अधिक कमी होती है कि वहां पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में इन्होंने साइकिल के माध्यम से उसे पार करके नया कीर्तिमान स्थापित किया है।