हमीरपुर, 9 सितंबर : वाकर खड्ड में सरकारी भूमि से अवैध खनन के मामले में पटनौण के ग्रामीणों ने डीसी हमीरपुर को शिकायत पत्र सौंपा है। शिकायत पत्र के माध्यम से प्रदेश सरकार तथा जिला प्रशासन से इस अवैध खनन को जल्द से जल्द रोकने की मांग की गई है। ग्रामीणों का दावा है कि यहां पर अवैध खनन किया जा रहा है जिस वजह से सरकारी पेयजल योजनाओं को भी खतरा पैदा हो गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस खड्ड में अवैध और अब वैज्ञानिक खनन के कारण पांच से छह जगहों पर पेयजल योजना के पाइप पर क्षतिग्रस्त हो गई है। हवा में झूल रही हैं यह पाइप एक कभी भी टूट सकती है, जिससे क्षेत्र की 10 से 15 पंचायतों के पेयजल आपूर्ति पर काफी असर पड़ सकता है।
ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि माइनिंग विभाग की मिलीभगत के कारण ही यहां पर यह सब हो रहा है। उन्होंने डीसी हमीरपुर से इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही इस मामले में कड़ी कार्यवाही नहीं होती है तो वह आंदोलन करने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
स्थानीय युवक का कहना है कि समस्त ग्रामीण आज उपायुक्त हमीरपुर से मिलने आए हैं ताकि समस्या का समाधान हो सके उन्होंने कहा कि मामले में शिकायत के बावजूद संबंधित विभाग के तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि अवैध खनन के कारण लगभग 70 करोड रुपए की लागत के पेयजल योजना पर खतरा मंडरा गया है। स्थानीय ग्रामीणों के सड़क को भी अवैध खनन के कारण नुकसान पहुंच रहा है और निजी जमीनों में भी यह अवैध खनन किया जा रहा है।
इस शिकायत के निपटारे की उम्मीद लेकर ग्रामीण उपायुक्त कार्यालय पहुंचे हैं ताकि उचित कार्रवाई हो सके। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई दफा जिला प्रशासन को इस विषय पर शिकायत हो चुके हैं लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही धरातल पर नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि अब जिला प्रशासन को अंतिम अल्टीमेटम दिया गया है यदि अब उनकी समस्या पर कोई कार्यवाही नहीं होती है तो वह आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे 10 से 15 दिन के भीतर यदि कार्रवाई नहीं होती है तो आंदोलन को ग्रामीण मजबूर होंगे।