बिलासपुर, 5 सितंबर : मलेशिया में नौकरी दिलाने के नाम पर जिला के एक युवक को तथाकथित वीजा एजेंट ने लाखों रुपये का चूना लगा दिया। मलेशिया पहुंचने के बाद धोखाधड़ी का अहसास होने पर वापस लौटने के लिए युवक को फिर से जेब ढीली करनी पड़ी। मामला लगभग 2 साल पुराना है। हालांकि पीड़ित युवक के परिजनों ने पुलिस के पास शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब कोर्ट के आदेश पर सदर थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
बिलासपुर के घुमारवीं क्षेत्र के भगोट निवासी मुकेश के अनुसार 2019 में वह बेरोजगार था। इसी दौरान उसकी मुलाकात जिला के बामटा में इंस्टीट्यूट चलाने वाले सुंदरनगर क्षेत्र के हेम सिंह से हुई। उसने खुद को मलेशिया के लिए ऑथोराइज़्ड वीजा एजेंट बताते हुए उसे भरोसा दिलाया कि वह उसके लिए शैक्षणिक योग्यता के आधार पर एक कंपनी में 55 हजार प्रतिमाह से अधिक की नौकरी की व्यवस्था कर देगा। इसके लिए हेम सिंह ने उससे 1.70 लाख रुपये लिए। 8 अप्रैल 2019 को युवक को रामपाल नामक एक अन्य युवक के साथ मलेशिया भेज दिया गया। उन दोनों के पासपोर्ट मीरा नामक एक महिला ने अपने पास रख लिए।
मलेशिया में एयरपोर्ट से बाहर निकलने पर सेंड्रा नामक व्यक्ति ने उन्हें रिसीव किया। मीरा ने उनके पासपोर्ट भी उसी को सौंप दिए। सेंड्रा ने खुद को एक कंपनी का ठेकेदार बताते हुए उन पर उसके पास मजदूरी करने का दबाव डाला। इससे इंकार करने पर उन्हें एक गंदे कमरे में ले जाया गया, जहां लगभग 20 लोग पहले से थे। तब जाकर उन्हें पता चला कि उक्त लोग एशियन देशों के बेरोजगारों को अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर मलेशिया ले जाते थे, जहां दबाव बनाकर उनका शोषण किया जाता था।
मुकेश के अनुसार गंदे व बदबूदार कमरे में 4 दिन उन्हें भूखा रखा गया, ताकि वे उन लोगों की बात मान लें। एक दिन मौका मिलते ही वह और रामपाल वहां से भाग निकले और एक गुरुद्वारे में शरण ली। उसके बाद हेम सिंह भी मलेशिया पहुंचा। उसने घर वापस जाने के लिए 70 हजार रुपये की डिमांड की।
परिजनों द्वारा यह पैसा देने के बाद ही घर वापस आ सका। युवक के मलेशिया में रहते हुए उसकी पत्नी ने एसपी को शिकायत पत्र दिया था। उन्होंने उसे घुमारवीं थाने भेज दिया, जहां केवल रोजनामचे में रिपोर्ट दर्ज करके पल्लू झाड़ लिया गया। लंबे समय तक पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई न किए जाने पर उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
मुकेश ने फर्जी वीजा एजेंट बनकर उसके साथ धोखाधड़ी करने वाले हेम सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही उससे उसके पैसे वापस दिलाने की भी मांग की है। डीएसपी हेडक्वार्टर राजकुमार ने बताया कि सदर थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है।