शिमला, 27 अगस्त : प्रदेश कांग्रेस ने शुक्रवार को किसानों व बागवानों के शोषण के खिलाफ जिला शिमला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण की अध्यक्षता में कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के नेतृत्व में रिज मैदान पर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ.यशवंत सिंह परमार की प्रतिमा के आगे बैठ कर मौन धरना दिया।
धरने में कांग्रेस अध्यक्ष राठौर के साथ जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष यशवंत सिंह छाजटा, जिला परिषद अध्यक्ष चंद्र प्रभा नेगी, महिला जिलाध्यक्ष वनीता वर्मा, शिमला ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल शर्मा, ठियोग ब्लॉक अध्यक्ष नरेंद्र कवंर, रोहड़ू ब्लॉक अध्यक्ष करतार सिंह कुल्ला व कुसम्पटी ब्लॉक अध्यक्ष राम कृष्ण शांडिल इस धरने में बैठे।
इस दौरान पत्रकारों से अनोपचारिक बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष राठौर ने भाजपा सरकार की किसान व बागवान विरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा की केंद्र की हो या प्रदेश की भाजपा सरकार, दोनों को ही देश की कोई चिंता नही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सेब बागवानों की सबसे बड़ी आर्थिकी है। प्रदेश सरकार की उपेक्षा के चलते आज बागवानों की कमर टूट गई है। एक तरफ प्राकृतिक आपदा तो दूसरी तरफ सरकार की बेरुखी से आज बागवान व किसान परेशान है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने बागवानों को आश्वासन दिया था कि इस बार कार्टन व ट्रे के मूल्यों में कोई बढ़ोतरी नही होगी, बाबजूद इसके मूल्यों में बढ़ोतरी की गई। उन्होंने कहा कि सेब के मूल्यों में एकाएक कमी आना सेब बागवानों के प्रति कोई बड़ा षड्यंत्र है। उन्होंने कहा कि अडानी लदानी के पास ऐसी क्या मापदंड है, जो उसने सेब के भाव 72 रुपये निर्धारित किये है। उन्होंने कहा कि अडानी और लदानी बागवानों का खुल कर शोषण कर रहें है और सरकार ने अपनी मिलीभगत से इन्हें इसकी खुली छूट दे रखी है।
राठौर ने कहा कि जब अडानी को प्रदेश में सरकार ने कोल्ड स्टोर खोलने के लिए जमीन दी थी, उस समय इन्हें इसके निर्माण में भारी सब्सिडी दी गई थी। सरकार ने इन्हें यह जमीन यह सोच के दी थी कि वह बागवानों के हितों की पूरी रक्षा करेंगे, पर आज यह भस्मासुर बन गए है। आज यह लोग बागवानों का खुलकर शोषण कर रहें है। उन्होंने कहा कि यह बागवानों से सस्ते दामों पर खरीद कर आगे डबल दामों पर बेच कर बड़ा मुनाफा कमा रहे है। उन्होंने कहा कि इन्हें अपने मुनाफ़े से कुछ भाग बागवानों को भी देना चाहिए।
राठौर ने सरकार से जम्मू कश्मीर की तर्ज पर अच्छे सेब का एमएसपी, न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने की मांग दोहराई है। राठौर ने सरकार पर आरोप लगाया कि केसीसी के नाम पर किसानों बागवानों के साथ एक बड़ा धोखा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केसीसी के तहत जब कोई किसान या बागवान ऋण लेता है तो उसकी फसल का बीमा किया जाता है।
उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा या नुकसान की भरपाई पर किसानों बागवानों को बीमा की कोई भी राशि नही दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह करोड़ो का फर्जीवाड़ा है, जो किसानो व बागवानों के साथ किया जा रहा है।
राठौर ने सरकार से मांग की किसानों व बागवानों को अडानी, अम्बानी, लदानी की लूट से बचाने के लिए हस्तक्षेप करें। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही कोई प्रभावी कदम नही उठाये तो कांग्रेस को मजबूरन आंदोलन को उतरना पड़ेगा।