रोनहाट, 22 अगस्त : हिमाचल – उत्तराखंड की सीमा पर मीनस के समीप शनिवार दोपहर बाद टौंस नदी के मलबे में एक शव देखा गया। जिसके बाद प्रशासन को मामले की जानकारी दी गई। कुछ ही देर के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई।
उफनती टौंस नदी के बीच में फंसे इस शव को निकालने के लिए स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन द्वारा हर मुमकिन कोशिश की गई मगर नदी के दोनों छोर पर पानी के तेज बहाव और भीषण उफान के चलते शव को बाहर निकालने में कामयाबी नहीं मिल पाई।
मामले को 16 अगस्त को राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर गुम्मा के समीप पेश आई पिकअप दुर्घटना से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। हादसे में सेब से लदी पिकअप टोंस नदी में समा गई थी, उसमें सवार एक युवक का शव दुर्घटना स्थल से बरामद कर लिया गया था जबकि 2 लापता युवकों की टोंस नदी के किनारे तलाश की जा रही थी।
लिहाजा, जब तक टोंस नदी से शव को बाहर निकालकर उसकी शिनाख्त नहीं हो जाती तब तक मृतक की पहचान को लेकर पुष्ट रूप से कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
उधर, चौपाल के डीएसपी राज कुमार ने बताया कि पुलिस और लापता युवकों के परिजनों द्वारा गुम्मा सड़क दुर्घटना के बाद से टोंस नदी के किनारे लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। शनिवार को मीनस के समीप टोंस नदी के बीच फंसे शव को निकालने की हर संभव कोशिश की गई मगर सफलता नहीं मिल पाई। अब गोताखोरों की टीम को मौके पर बुलाया गया है ताकि उफनती टोंस नदी के बीच से रविवार को शव बाहर निकाला जा सके।