चंबा, 05 अगस्त : दो बार नेशनल कराते (Karate) गोल्ड मेडलिस्ट रही नीलम कुमारी ने इस बार प्रदेश स्तरीय कराते चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल (Gold medal) जीता है। वह ब्लैक बेल्ट 2nd दान (Dan)हैं। फेडरेशन ऑफ इंडिया एसोसिएशन (Riso Teki Goju Ryu) से यह जीत मिली है। इसका श्रेय उन्होंने गुरुजनों को दिया है, जिसमें सेन्साई रणधीर ठाकुर व सेन्साई योगराज सहित वेदव्यास ठाकुर के नाम प्रमुख हैं। इसके अलावा अपने माता पिता व ससुराल पक्ष को भी सफलता का श्रेय दिया है।
दरअसल, नीलम की दो साल पहले शादी हुई। इसके बाद से वो इवेंट में हिस्सा नहीं ले पा रही थी। बेटी के डेढ़ साल के हो जाने के बाद युवा जिला परिषद अध्यक्षा ने इवेंट में कम बैक किया। हालांकि इस स्पर्धा का आयोजन ऊना में किया गया, लेकिन इसकी मॉनिटरिंग ऑनलाइन की जाती रही। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में 27 वर्षीय नीलम ने कहा कि कराते का मतलब खाली हाथा होता है। ये आत्मरक्षा के लिए बेहतरीन कला है।
उनका कहना है कि फेडरेशन का मुख्य ध्येय अनुशासन है। जिसमें ” नो अल्कोहलिस्म” “नो ड्रग्स” व “नो स्मोकिस्म” ध्येय है। ये एक पूर्णता डेमोक्रेटिक एसोसिएशन (Democratic Association) है। पूर्ण रूप से फलीभूत न होने पर भी ये संस्था विद्यार्थियों को मैडल के साथ राशि भी प्रेरणा रूप से भेंट करती है। कोविड काल में भी इस संस्था ने बेहतरीन कार्य किया है।
मुख्य कार्यकारिणी सदस्यों में सेन्साई पीएस ड्रेक अध्यक्ष हैं, जो ब्लैक बेल्ट 7 दान (Black Belt 7 Dan) ) हैं, वो एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी (Retired IAS officer) हैं। उप निदेशक सेन्साई योगराज हैं, वो भी 7 दान ब्लैक बेल्ट (7 Dan Black Belt) हैं। इसके अलावा सेन्साई राकेश गुलेरिया सरकाघाट से हैं। सेन्साई रणधीर ठाकुर संस्था के वाइस प्रेसिडेंट है, ये 5 दान ब्लैक बेल्ट (5 Dan Black Belt) हैं। फेडरेशन स्पोर्ट्स एवं पारम्परिक कराते का एक कॉम्बिनेशन (combination) है। जिसमें स्पोर्ट्स की कला व खूबसूरती के साथ-साथ पारंपरिक सभ्यता भी है।