नाहन, 3 अगस्त : देश की दूसरी सबसे पुरानी नगर परिषद में चार तेजतर्रार बीजेपी समर्थकों को बतौर पार्षद मनोनीत किया गया है। इसमें अहम चेहरे के तौर पर नगर परिषद की पूर्व अध्यक्षा रेखा तोमर के बेटे विशाल तोमर भी शामिल हैं। इसके अलावा 70 के दशक से जनसंघ की विचारधारा से जुड़े हुए देवेंद्र चौधरी के बेटे दुर्गेश चौधरी, युवा एडवोकेट अमित अत्री व वाल्मीकि सभा के अध्यक्ष विजय चोरिया शामिल हैं।
2022 के विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व स्पीकर डाॅ. राजीव बिंदल ने पार्टी के तेजतर्रार समर्थकों को नगर परिषद में मनोनीत किया है, ताकि शहर की बेतहाशा समस्याओ का निस्तारण हो सके। हालांकि शहर स्थापना के 400 साल भी पूरे कर चुका है, लेकिन ट्रैफिक, पार्किंग व गंदगी की समस्याएं कम होने की बजाय बढ़ गई हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि विधानसभा चुनाव से पहले इन समस्याओं पर एक्शन प्लान के तहत कार्य होगा। नगर परिषद की सड़कों पर दो तरफा वाहनों की पार्किंग राहगीरों के लिए मुसीबत बन चुकी है।
चूंकि विशाल तोमर के पास रोड सेफ्टी क्लब का तजुर्बा भी है, लिहाजा उम्मीद की जानी चाहिए कि चौगान के पुलिस कंट्रोल रूम से अपने घर की तरफ जाने वाली सड़क पर व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करेंगे। इसी तरह दुर्गेश चौधरी भी यशवंत चौक से नगर परिषद के कार्यालय तक पार्किंग व्यवस्था को अपनी निगरानी में रखेंगे। वहीं, एडवोकेट अमित अत्री भी कानूनी तजुर्बे का फायदा शहर की समस्याओं के निस्तारण में कर सकते हैं।
उधर, वाल्मीकि सभा के अध्यक्ष विजय चोरिया का भी मनोनयन हुआ है तो वो कच्चा टैंक क्षेत्र में भी पार्किंग, ट्रैफिक व गंदगी को लेकर अपनी प्राथमिकताओं को तय कर सकते हैं। इसके अलावा शेष शहर की जिम्मेदारी निर्वाचित पार्षदों पर भी है। कुल मिलाकर निगाहें इस बात पर भी टिकी हैं कि क्या एक साल के भीतर सड़कें पैदल चलने वालों के लिए सुरक्षित होंगे। सड़कों के गड्ढे दुरुस्त हो जाएंगे। गंदगी के ढेर नजर नहीं आएंगे। बंदरों की समस्या का मुद्दा तो विधानसभा चुनाव में दोबारा उठना ही है।