शिमला, 03 अगस्त : खालीस्तान समर्थक गुरूपतपंत सिंह पन्नू की धमकी का मामला मंगलवार को हिमाचल विधानसभा में उठा। सतापक्ष एवं विपक्ष ने तिरंगा न फहराने की धमकी मिलने के आडियो संदेशों की कड़ी भत्सर्णा की और ऐसी हरकत करने वाले आरोपियों पर सख्त करवाई करने की जरूरत बताई। सदन के नेता एवं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में एक वक्तव्य में कहा कि हिमाचल प्रदेश में 15 अगस्त का पर्व पूरे उत्साह व शानो-शौकत से मनाया जाता है। पिछले कुछ दिनों से प्रबुद्व लोगों के मोबाइल पर विदेशों से प्री रिकार्डड फोन कॉल्स आ रहे हैं।
इस तरह के रिकार्डड संदेश में उन्हें यानी मुख्यमंत्री को 15 अगस्त को तिरंगा न फहराने की धमकी दी गई है। इन प्री रिकार्डड संदेश में अब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी नाम जोड़ा गया है। अब विपक्ष के भी कई विधायकों को ऐसी प्री रिकार्डड काल आई हैं। इन काल्ज के जरिए ये संदेश देने की कोशिश की गई है, कि सुरक्षा चाहते हैं, तो घरों के भीतर ही रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी ऑडियो क्लिप को लेकर साइबर पुलिस शिमला में एफआईआर दर्ज कर चुकी है और इस मामले को लेकर आईबी व राॅ को सूचित किया गया है। प्रदेश पुलिस ने 15 अगस्त के समारोह के आयोजन को लेकर उपयुक्त इंतजाम किए हैं।
उन्होंनें कहा कि राज्यपाल, मुख्यंमत्री, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की सुरक्षा बढ़ाई गई। इसके अलावा हिमाचल के मंत्रियों व विधायकों की सुरक्षा का भी आंकलन किया जाएगा। हिमाचल के बार्डर पर आने-जाने वालों की जांच बढ़ाई गई है। प्रदेश पुलिस पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क बनाए हुए हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसी धमकियों से हम विचलित हानेे वाले नहीं हैं। तिरंगा की शान के लिए अपनी जिंदगी कुर्बान करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस के आयोजन को लेकर सुरक्षा प्रबंध पुख्ता किए जाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने भी इस घटना की कड़ी भत्सर्णा की और कहा कि इस मुददे पर विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है। कहा कि विपक्ष के कई सदस्यों को ऐसी फोन काल्ज आई हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों में बैठी अलगाववादी ताकतें ऐसी हरकतें कर रही हैं तथा विदेशों की सरकारों से बात कर ऐसा करने वालों को भारत लाकर कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।