कुल्लू,1 अगस्त : लगातार हो रही बारिश के कारण भुंतर घाटी में छमाण रूट पर चलने वाली एचआरटीसी (HP 66- 3440) बस छमेत गांव के समीप भूस्खलन की चपेट में आ गई। गनीमत ये रही कि चालक और परिचालक सुरक्षित है। चालक को हल्की चोट आई है। रात को जब ये हादसा हुआ तो चालक और परिचालक बस में ही सो रहे थे।
हादसे में बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। ग्रामीणों ने पथ परिवहन विभाग से चालकों व परिचालकों को रहने के उचित व्यवस्था करने की मांग की है। हैरान करने वाली बात ये भी है कि चंडीगढ़- मनाली मार्ग पर रात को वाहनों की आवाजाही बंद की जा सकती है, लेकिन निगम प्रबंधन इस बात की समीक्षा नहीं कर सकता है कि किन-किन रुट्स पर बसों को भेजना जोखिम भरा हो सकता है। सोचिए,अगर बस में यात्री होते तो क्या मंजर होता।
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जानकारी के मुताबिक मणिकर्ण घाटी के छमाण में बीती रात डेढ बजे के आसपास परिवहन निगम की खड़ी बस पर पहाड़ी से भारी चट्टान गिर गई। इस दौरान जोरदार आवाज भी हुई। ड्राइवर व कंडक्टर बस के अंदर ही सो रहे थे। ड्राइवर जयसिंह के पैर में चोट आई है। कन्डेक्टर नरेंद्र कुमार सुरक्षित है। कुल्लू के अड्डा प्रभारी टेक चंद ठाकुर ने बताया कि बस चालक को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
बता दे कि कुल्लू-छ्माहण रूट पर चलने वाली बस रात्रि ठहराव पर सड़क के किनारे पार्क की गई थी। रात को अचानक पहाड़ी से चटटाने गिर गई है। कुल मिलाकर निगम के चालक-परिचालक ने मौत के सामने देखा। कुदरत बार -बार चेतावनी दे रही है मगर इससे सबक नहीं लिया जा रहा है।