शिमला, 31 जुलाई : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस की तरफ से तिरंगा न फहराने की धमकी मिली है। ये धमकी रिकॉर्डर फोन कालिंग के जरिए दी गई है। धमकी मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया है। साथ ही उनके आवास की सुरक्षा भी पुख्ता कर दी है।
डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि धमकी भरे आडियो मैसेज के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया है। इसके अलावा प्रदेश की समीवर्ती इलाकों में भी चैकसी बढ़ाई गई है तथा राज्य के प्रवेश द्वारों पर वाहनों की चैकिंग के निर्देश दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजी) ने धमकी दी है कि वे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को 15 अगस्त को तिरंगा नहीं फहराने देंगे। इस तरह की धमकी रिकॉर्डिंग फोन कॉल के जरिए दी गई है। ये फोन कॉल 442039061459 व कुछ अन्य नंबरों से आए हैं। सिख फॉर जस्टिस संगठन के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से ये फोन कॉल शुक्रवार को राजधानी शिमला के कई पत्रकारों के मोबाइल पर आए।
44 सेकंड के इस रिकॉर्ड कॉल में कहा गया कि यहां के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को तिरंगा नहीं फहराने दिया जाएगा। हिमाचल प्रदेश पंजाब का हिस्सा था और हम पंजाब में रेफरेंडम (रायशुमारी) चाहते हैं। इस फोन कॉल में गुरपतवंत सिंह पन्नू ने खुद को वाशिंगटन डीसी बताया है। इस रिकॉर्डर फोन कॉल में किसानों का भी जिक्र किया गया है।
खालिस्तान समर्थक ने अपील की है कि किसान ट्रैक्टर लेकर सड़कों पर उतरें और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को तिरंगा न फहराने दें। धमकी भरा ये रिकॉर्डर काल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
स्वतंत्रता दिवस से पहले इस तरह के धमकी संदेश के बाद हिमाचल पुलिस और केंद्रीय व अन्य खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।