कांगड़ा, 27 जुलाई : हिमाचल के कांगड़ा जिला के रानीताल में हुए सड़क हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई थी। मंगलवार को बाथू पुल के नीचे बने शमशान घाट में मां और बेटे का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें पंचायत के सैंकड़ों लोग शामिल हुए। बता दें कि उपमंडल के रानीताल में सोमवार रात एक गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क किनारे रखे पत्थर से जा टकराई।
इस हादसे में चार लोग घायल हुए। जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से इलाज के टांडा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जहां पर रामचंद ने रात को ही दम तोड़ दिया। वहीं सुबह होते-होते राम चंद की मां निर्मला देवी की भी मौत हो गई। इस हादसे में तिलक राज और उसकी पत्नी सुमना देवी का इलाज अस्पताल में अभी भी जारी है।
हादसे में दोनों मृतकों के शवों को मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद बाथू पुल के नीचे बने शमशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। एक साथ दो चिताएं जलता देख वहां मौजूद हर किसी की आंख नम हो गई। वहीं पंचायत रानीताल के प्रधान प्रवीण बॉबी ने बताया कि इस हादसे के बाद भी प्रशासन नहीं जागा है और नेशनल हाइवे के किनारे पड़े पत्थरों को हटाया नहीं गया है।
उन्होंने बताया कि सड़क किनारे पड़ी चट्टनें दर्दनाक हादसों को न्योता दे रही हैं। हादसे के बाद जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 20 हजार की फोरी राहत प्रदान की है। जिला उपमंडलाधिकारी अभिषेक वर्मा ने बताया कि सड़क हादसे में जान गंवाने वाले मां पुत्र के प्रति प्रशासन की संवेदनाएं है। पुलिस उपाधीक्षक देहरा को इस हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं।
रामचंद ने पिछले कल दुल्हन बेटी की घर से की थी विदाई
इस हादसे में जान गंवाने वाले व्यक्ति ने बीते रोज ही अपनी बेटी को दुल्हन बनाकर विदा किया था। वहीं मरने वाली महिला दुल्हन की दादी थी। हादसे में गंभीर घायल दुल्हन के चाचा और चाची बताए गए हैं। घर में शादी के बाद की खुशियां मातम में बदल गईं। हादसे में जान गंवाने वाले राम चंद की बेटी की रविवार को ही शादी हुई थी और सोमवार सुबह बेटी की विदाई हुई थी। बेटी के सुसराल पक्ष ने कार्यक्रम था और इसलिए राम चंद का परिवार बेटी की ससुराल नंदरुल गया हुआ था।