शिमला, 27 जुलाई : हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट के बीच मंगलवार को राजधानी शिमला सहित राज्य के अधिकांश इलाकों में बारिश का दौर चला। इस वजह से कई जगह भूस्खलन और सड़कें बंद होने के चलते लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। भूस्खलन के कारण राज्य में 194 सड़कें मंगलवार को बंद रहीं। मंडी जिला में सर्वाधिक 79, शिमला में 78, चंबा में 15, हमीरपुर में आठ, कुल्लू में छह, सिरमौर में पांच और कांगड़ा में तीन सड़कें बाधित हैं।
शिमला जिला में दिन भर हल्की बारिश का दौर चला। जिले में वर्षा जनित घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं चंबा में दो और कांगड़ा व किन्नौर में एक-एक व्यक्ति लापता हुए। बारिश के कारण राज्य में पांच मवेशी भी मारे गए। इसके अलावा 11 घरों को नुकसान पहुंचा है। सात गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
बारिश की वजह से बीती रात आईजीएमसी के पास दो मंजिला मकान धराशायी हो गया। नगर निगम इस मकान को असुरक्षित घोषित कर चुका था, ंऐसे में इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। मंडी की झटीगरी के पास भू-स्खलन होने से सड़क मार्ग अवरूद्व हुआ और लगभग एक दर्जन वाहन कई घंटे तक फंसे रहे। कांगड़ा के नूरपुर उपमंडल के तहत त्रिलोकपुर में एक चलती कार भूस्खलन की चपेट में आ गई। हादसे में कार का चालक घायल हुआ है।
बीते 24 घंटों के दौरान भराड़ी में 76, सरकाघाट में 60, गोहर में 45, धर्मशाला में 44, बिजाही में 36, मैहरे में 34, पंडोह में 33, हमीरपुर में 32, सुजानपुर टीहरा में 31, बैजनाथ व पालमपुर में 30-30, गग्गल व नाहन में 29-29, नैना देवी में 26, बंजार में 24, मंडी व देहरा गोपीपुर में 23-23, भुंतर में 22, बैजनाथ व कसौली में 20-20, अंब व नारकंडा में 19-19, नादौन में 18, कसौल व बंगाणा में 17-17, करसोग व जंजैहली में 16-16, सलूणी व कोठी में 15-15 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग की ओर से मैदानी व मध्ययपर्वतीय क्षेत्रों के 10 जिलों में अगले 24 घंटे के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। 29 जुलाई को आरेंज जबकि 30 व 31 जुलाई को येलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में व्यापक बारिश की चेतावनी को देखते हुए आपदा प्रबंधन और संबंधित जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर हैं। पर्यटकों व आम लोगों को नदी-नालों और भूस्खलन संभावित इलाकों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है।