रिकांगपिओ, 27 जुलाई : वो अगले कदम पर मौत से अनजान (Stranger) थी। सुंदरवादियों को निहारते-निहारते इस कद्र रोमांचित (thrilled)थी कि वीडियो काॅल पर अपनी मां से बात कर रही थी। अचानक (Suddenly) लैंड स्लाइड शुरू हुआ, इसकी चपेट में मध्य प्रदेश के बेतूल की 27 वर्षीय होनहार इंजीनियर बेटी प्रतीक्षा पाटिल भी आ चुकी थी। पल भर में ही मंजर (scene) बदल गया। अचानक ही फोन कट गया था।
बटसेरी हादसे से जुड़े इस वाकय को प्रतीक्षा के पिता ने ही मीडिया से शेयर किया। आईआईटी (IIT) खडगपुर से बीटेक (B.Tech) की डिग्री लेने के बाद प्रतीक्षा एमटेक कर चुकी थी। डीएचएल (DHL) मुंबई व टीवीएस (TVS) कंपनी में नौकरी कर चुकी थी। जल्द ही उसे उच्चशिक्षा (Higher Education) हासिल करने 18 महीने के लिए स्पेन जाना था। विदेश जाने से पहले वो हिमाचल घूमना चाहती थी।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक प्रतीक्षा के पिता दिवाकर पाटिल इस हादसे को बताने के दौरान रो पड़े। पाटिल के मुताबिक मां से बात करते-करते अचानक बेटी का फोन कट गया। बार-बार कोशिश के बाद भी फोन नहीं लगा। कुछ देर बाद ही प्रतीक्षा की मौत की खबर आ गई। हादसे के तीसरे दिन लगातार ही आंखें नम कर देने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। बता दें कि इस हादसे के सरवाइवर (Survivor) नवीन ने भूस्खलन (landslide) के कुछ पलों बाद ही वीडियो भी शूट किया था।
प्रतीक्षा के परिवार को ये जानकारी मिल चुकी थी कि हिमाचल सरकार शवों को दिल्ली के हिमाचल भवन भेजने की व्यवस्था (Management) कर रही है। मंगलवार सुबह को प्रतीक्षा का शव लेने परिजन हवाई मार्ग से दिल्ली पहुंचे। पिता की मानें तो प्रतीक्षा को कुदरत (nature) से बेहद लगाव था और अंततः वो प्रकृति की गोद में ही हमेशा के लिए समा गई।
मां ने किया था मना…
दिवंगत प्रतीक्षा के पिता ने मीडिया को बताया कि मां ने उसे बारिश के मौसम में हिमाचल जाने से मना किया था, लेकिन प्रतीक्षा ने जिद की कि उसे जल्द ही उसे स्पेन चले जाना है तो इससे पहले उसे ट्रिप करने दो। बेटी की जिद के आगे मां ने उसे इजाजत (permission) दे दी। इस त्रासदी (Tragedy) में छतीसगढ़ ने यंग नेवी लेफ्टिनेंट खोया तो जयपुर ने एक बेहतरीन आयुर्वेदिक चिकित्सक को खो दिया। ये वही आयुर्वेदिक चिकित्सक थी, जिसने अक्तूबर 2013 में केबीसी के मंच पर भी अपनी काबलियत (ability) दिखाई थी।