सोलन, 27 जुलाई : जिला के अधिकतर किसानों की नकदी फसल टमाटर है। इसे लाल सोने के नाम से जाना जाता है। सोलन की सब्जी टमाटर पूरे देश में ख्याति प्राप्त है। इन दिनों मंडी लाल सोने से गुलजार है। यहां पर रोजाना करीब 10 हजार टमाटर की क्रेटस बिकने के लिए आती है। लेकिन इस मर्तबा उचित दाम न मिलने से किसान मायूस है। एक जानकारी के मुताबिक सोलन मंडी में अब तक इस सीजन में 2 लाख से अधिक टमाटर की करेट बिक चुके है। लेकिन उचित दाम न मिलने के चलते किसानों को बेहतर आमदनी की आस टूटती नजर आ रही है
हालांकि टमाटर के दाम 500 रुपये प्रति क्रेटस तक पहुंच गए है लेकिन किसानों के मुताबिक महंगाई के दौर में टमाटर पर होने वाली दवाइयों का खर्च भी मुश्किल हो जाता है।
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार टमाटर के दाम बहुत कम है। टमाटर सीजन शुरू होते ही किसानों की 25 किलो टमाटर की करेट 100 रूपये तक भी बिकी। अब रेट 500 तक पहुंचा है। यदि व्यापारियों की माने तो आगामी एक सप्ताह के बाद रेट और कम होने के आसार है। नासिक के टमाटर के मार्केट में कदम रखते ही दाम गिरने की संभावना है।
उधर इस साल निजी कंपनियों द्वारा किसानों को घटिया बीज भी वितरित कर दिया गया था। शहर के समीपवर्ती देऊंघाट में एक टमाटर का वजन 300 ग्राम तक हो गया था, जिसकी मंडी में न के बराबर कीमत मिली। इसके साथ-साथ टेढ़े-मेढ़े टमाटर भी पैदा हुए।
किसानों ने बताया कि टमाटर के उचित मूल्य न मिलने से घर का खर्चा तो दूर टमाटर पर लगने वाली लागत पूरी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि यदि 800 रुपये तक टमाटर की प्रति करेंट बिकती है तो किसान कुछ कमा पाएगा। वहीं बाहरी राज्यों से आए व्यापारियों ने बताया कि इस बार टमाटर के दाम कम है।