बिलासपुर, 27 जुलाई : सड़क हादसे के लगभग 16 साल पुराने मामले में अदालत से उद्घोषित अपराधी करार दिए गए आरोपी को जिला पुलिस के पीओ सैल ने हरियाणा से धर दबोचा। हरियाणा के भिवानी निवासी टेंपो चालक रतन सिंह को लगभग 5 साल पहले उद्घोषित अपराधी करार दिया गया था। पीओ सैल ने अगली कार्रवाई के लिए उसे सदर थाना पुलिस को सौंप दिया है।
जानकारी के अनुसार 19 सितंबर 2005 को चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर सुंगल के पास बिलासपुर से घागस की ओर जा रहे हरियाणा नंबर के एक तेज रफ्तार टेंपो ने दूसरी ओर से आ रहे मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी। हादसे में एनटीपीसी कोलडैम में बतौर साईट सुपरवाइजर कार्यरत जिला का (25) सुरेश ठाकुर घायल हो गया। उसकी शिकायत पर सदर थाना पुलिस ने हरियाणा के भिवानी निवासी टेंपो चालक रतन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
छानबीन व कार्रवाई करने के बाद अदालत में चालान पेश किया गया। अदालत से आरोपी रतन सिंह को कई बार सम्मन जारी किए गए, लेकिन वह किसी भी पेशी पर हाजिर नहीं हुआ। इस पर 6 सितंबर 2016 को उसे उद्घोषित अपराधी करार दे दिया गया। उसे तलाश करने का जिम्मा पीओ सैल को सौंपा गया।
पीओ सैल की टीम ने पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा व दिल्ली समेत कई स्थानों पर उसे ढूंढा। गत रविवार को पीओ सैल के इंचार्ज अनिल की अगुवाई में राकेश, राजेश व रविंद्र ने उसे हरियाणा के राजपुरा-खरकड़ी में धर दबोचा। अब सदर थाना पुलिस उसके खिलाफ अगली कार्रवाई करेगी।