रोनहाट, 26 जुलाई : रोनहाट-पांवटा साहिब विद्युत मंडल के अंतर्गत आने वाले शिलाई विधानसभा क्षेत्र के कांटी-मशवा एरिया में महज दो महीने पहले लगा विद्युत ट्रांसफार्मर गिरने से भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है। ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के गृह विद्युत मंडल पांवटा साहिब से जुड़ा ये मामला समूचे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह आंधी और तूफान के बिना ही ढाब पीपली के समीप ट्रांसफार्मर सहित दो पोल उखड़ कर सड़क पर गिर गए, जिसके कारण मानल-कांटी मशवा सड़क मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए अवरुद्ध हो गया। मौके पर देखने से साफ पता चलता है कि न तो निर्माण के समय पोल की जड़ में कंक्रीट डाली गई थी और न ही नियमानुसार उपयुक्त गहराई दी गई थी।
ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के गृह विद्युत मंडल पांवटा साहिब में भ्रष्टाचार कितना चरम सीमा पर पहुंच गया है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महज 2 महीने पहले लगाया गया बिजली का नया ट्रांसफार्मर घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग के कारण अब जमींदोज हो गया है। विभागीय लापरवाही के चलते ठेकेदार नियमों को दरकिनार करके मनमर्जी का काम करने में लगे हुए हैं, जिसका खामियाजा हर बार आम जनता को ही भुगतना पड़ता है।
कांटी मशवा के पूर्व उपप्रधान सुरेंद्र सिंह, अमर सिंह, राजेश शर्मा, प्रदीप कुमार, अजीत पाल सिंह, अरविंद कुमार, रामलाल आदि लोगों ने बताया कि विद्युत विभाग के ठेकेदारों ने ट्रांसफार्मर के पोल को जमीन में कंक्रीट डालकर गाड़ने की जगह मिट्टी के सहारे टिकाया हुआ था। विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत और भ्रष्टाचार के चलते क्षेत्र की आम जनता को समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है।
उधर, विधुत मंडल पांवटा साहिब अधिशासी अभियंता अजय चौधरी ने बताया कि मौके पर विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को भेजा गया हैं। मामले की जांच की जा रही है अनियमितताएं पाए जाने पर लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों और संबंधित ठेकेदार के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। विद्युत आपूर्ति को आम लोगों की सहूलियत के लिए जल्द बहाल कर दिया जाएगा।