केंलाग, 23 जुलाई : प्राकृतिक झील चंद्र ताल में डूबे व्यक्ति के शव को शुक्रवार सुबह गोताखोरों ने रेस्क्यू कर दिया है। एसडीएम महेंद्र प्रताप सिंह की अगुवाई में रेस्क्यू कार्य शुरू हुआ था। सुंदरनगर से आए गोताखोरों ने कुछ ही मिनटों में शव को निकाला। शव झील के किनारे से करीब 20 फीट की दूरी और लगभग 18 फीट की गहराई पर था। ड्राइवर ने पहले ही प्रयास में शव तक पहुंच कर रिकवर कर लिया। इसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया। फिर पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए काजा ले गई।
सीएचसी काजा में शव का पोस्टमार्टम करवा दिया गया और फिर शव परिजनों को सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सौंप दिया। मृतक की पहचान राहुल ठाकुर पुत्र लोत राम गांव जगतसुख , मनाली जिला कुल्लू के तौर पर हुई है। राहुल अपने चार दोस्तों के साथ चंद्र ताल घूमने आया था। 22 जुलाई को सुबह के समय यह नहाने के लिए झील में गया और राहुल अचानक डूब गया।
काजा उपमंडलाधिकारी महेंद्र सिंह प्रताप ने कहा कि शवों को गोताखोरों ने रेस्क्यू कर लिया हैं। शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। मुझे अफसोस है कि व्यक्ति मौत का शिकार हुआ। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि मृतक के परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति दें। इसके साथ ही चंद्र ताल आने वाले पर्यटकों से आग्रह है कि झील में नहाना प्रतिबंधित है। कई बोर्ड इससे जुड़े झील के आसपास लगा रखे है। ऐसे में नियम माने और नहा कर झील को अपवित्र न करें। क्योंकि इस झील की धार्मिक मान्यता भी है।
इसके साथ ही स्पीति आने वाले सभी पर्यटकों से अपील करते हुए कहा कि स्पीति के किसी भी नाले, तालाब, झील में बेवजह न जाए।
इसके साथ ही स्पीति में पर्यटक अपने आप को यहां की जलवायु के हिसाब से शारीरिक और मानसिक तौर पर तैयार कर लें। सभी पर्यटक व्यर्थ में बहादुरी दिखाने के लिए अपनी जान को किसी भी प्रकार के खतरे में न डालें। स्पीति घाटी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। लेकिन नियमों पर पालन सभी पर्यटक करें। वहीं सेव चंद्र ताल सोसाइटी के उपाध्यक्ष भी मौजूद थे उन्होंने कहा कि पर्यटकों को बार समझाया जाता है फिर भी लोग नियम तोड़ रहे है। झील में नहाना पूरी तरह गलत है।
प्रताप सिंह ने कहा कि चंद्रताल से वापिस आ रहे थे हल गांव के नजदीक बह रही स्पीति नदी में कुछ पर्यटक फोटो खिंचवा रहे थे। इस दौरान उपमंडलाधिकारी काजा महेंद्र प्रताप सिंह ने पर्यटकों को काफी डांटा और फटकार लगाते हुए कहा कि प्रशासन ने नदी नालों के नजदीक जाने पर रोक लगाई गई है। इसके बाद भी आप नदी नालों के नजदीक जा रहे है। अपनी जान को खतरे में न डालें। वहीं सभी पर्यटकों ने एसडीएम के सामने अपनी गलती मानी और माफी मांगी।
इसके साथ एसडीएम ने पर्यटकों को लेकर आए वाहन चालकों को भी फटकार लगाते हुए कहा कि अपनी सवारियों को नदी नालों के नजदीक न जाने दें। उन्होंने पर्यटकों को कहा कि मैं अभी एक शव निकलवा कर ही आ रहा हूँ। उस व्यक्ति ने भी नियम का पालन नहीं किया और मौत का शिकार हुआ। इसलिए प्रशासन के बनाये हुए नियमों का पालन करें। स्पीति की सुंदरता को बनाए रखने में सभी पर्यटक सहयोग करें। खाने पानी के पैकेज, डिस्पोज प्लेट,गिलास, रैपर आदि को कहीं भी खुले में न फेंके। केवल कूड़ेदान में कूड़ा फेंके। स्पीति को स्वच्छ पर्यटक स्थल बनाए रखने में सभी पर्यटक मदद करें।