पांवटा साहिब, 22 जुलाई : सिरमौर की तारूवाला वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला से कमीशनखोरी के कथित ऑडियो के सामने आने के बाद स्कूल लेक्चरर हरदीश कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। निलंबित लेक्चरर का मुख्यालय सोलन फिक्स किया गया है।
संभावना जताई जा रही है कि स्कूल के प्रिंसीपल पर भी इसकी गाज गिर सकती है। हालांकि आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की जा रही है, लेकिन बताया जा रहा है कि शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने मामले के संज्ञान में आते ही कड़ी कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए। इसके बाद ही लेक्चरर को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, स्कूल प्रिंसीपल के खिलाफ कार्रवाई सचिव के स्तर पर ही अमल में लाई जा सकती है। वीरवार को मामले के तूल पकड़ने के बाद शिक्षा विभाग के उपनिदेशक कर्मचंद भी स्टाफ सहित स्कूल पहुंच गए। दोपहर तक रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा था।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क को मिली जानकारी के मुताबिक विद्यालय को ‘‘उत्कृष्ट पाठशाला’’ के रूप में चयनित किया गया था। इसके आधार पर स्कूल को 44 लाख का फंड उपलब्ध हुआ। इसमें से 8 लाख रुपए की राशि स्मार्ट कक्षाओं पर खर्च की जानी थी। इसके लिए की गई सामान की खरीद की एवज में ही 20 प्रतिशत कमीशन की मांग की गई। ऑडियो में साफ तौर पर कहा जा रहा है कि हिसाब बनाकर 20 प्रतिशत दे देना या फिर महेश को ये राशि दे दो।
मिली जानकारी के मुताबिक स्मार्ट कक्षाओं के लिए सामान व उपकरण सप्लाई हो चुके थे। इन्हें इंस्टॉल करना ही शेष है। फिलहाल बताया ये भी जा रहा है कि सप्लायर को राशि का भुगतान नहीं हुआ है।
उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत करते हुए शिक्षा उपनिदेशक कर्मचंद ने लेक्चरर को सस्पेंड करने की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच जारी है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने माना कि वो खुद भी जांच के लिए स्कूल आए हुए हैं। रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है। उपनिदेशक ने कहा कि स्कूल प्रिंसीपल को लेकर सचिव स्तर पर ही कार्रवाई होनी है। उन्होंने ये भी माना कि कथित ऑडियो में कमीशन से जुड़ा मामला स्मार्ट कक्षाओं के सामान व उपकरणों से जुड़ा हुआ है। उपनिदेशक ने कहा कि जांच के बाद ही ऑडियो की सच्चाई सामने आ सकती है।