नाहन, 21 जुलाई : जंगलों में वैज्ञानिक तरीके (silvi culture) से कटान के माध्यम से 50 करोड़ का राजस्व (revenue) अर्जित करने वाले पांवटा साहिब के वन मंडल अधिकारी (forest division officer) कुणाल अंगरिश को ‘‘अरण्य गौरव’’ पुरस्कार से नवाजा गया है। बुधवार को कुल्लू के आनी में आयोजित 72वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव (state level forest festival) के मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वन मंत्री राकेश पठानिया की मौजूदगी में डीएफओ को सम्मानित किया।
उत्तराखंड की सीमा के जंगलों की रक्षा में लगभग अढ़ाई साल से तैनात डीएफओ कुणाल अंगरिश ने तैनाती के दौरान अवैध खनन (Illegal mining) पर भी नकेल डालने की कोशिश की। लगभग 70 लाख का राजस्व सरकार के खजाने को जुर्माने की एवज में दिया।
दरअसल, तकरीबन तीन साल पहले सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से घने जंगलों में हरे पेड़ों के कटान की मंजूरी ली थी। इसके पीछे तर्क था कि पेड़ों के बेहद ही घना हो जाने की स्थिति में नए पौधे नहीं पनपते हैं।
सुप्रीम कोर्ट से विभाग को पांवटा साहिब, नूरपुर व बिलासपुर वन मंडलों में सिल्वी कल्चर की प्रणाली के तहत पेड़ों के कटान (felling of trees) की मंजूरी मिली थी। चूंकि साल का जंगल राज्य में कहीं नहीं है, लिहाजा पांवटा साहिब को भी सिल्वी कल्चर के प्रयोग में शामिल किया गया। कटान के बाद विभाग द्वारा लकड़ी को वन निगम (forest corporation) के सुपुर्द किया गया। वहीं से इसे नीलामी (auction) के माध्यम से बेचा गया। इस विधि से जंगलों में नए पेड़ों को पनपने का मौका भी मिलेगा।
बता दें कि हर साल वन विभाग द्वारा श्रेष्ठ कार्यों के लिए वन अधिकारियों व कर्मचारियों को अवार्ड दिए जाते हैं। इसमें डीएफओ स्तर के चार अधिकारियों का चयन प्रदेश स्तर पर होता है, जबकि तीन वन रेंजर (Forest Ranger) व 10 वनरक्षकों (Forest Guards) को भी अवार्ड के लिए चुना जाता है। जानकारी के मुताबिक डीएफओ कुणाल अंगरिश की कई अन्य उपलब्धियां (Achievements) भी हैं, जिसके आधार पर उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना गया। पुरस्कार के रूप में 25 हजार की नकद राशि के अलावा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि पांवटा साहिब के डीएफओ एक यंग अधिकारी हैं। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में डीएफओ कुणाल अंगरिश ने अवार्ड का संपूर्ण श्रेय वन मंडल स्टाफ को दिया है। उन्होंने कहा कि स्टाफ नेे अथक परिश्रम व जिम्मेदारी (hard work and responsibility) से अपना दायित्व निभाया हैै। उधर वन अरण्यपाल सरिता कुमारी ने डीएफओ को इस उपलब्धि पर बधाई दी है।