मंडी, 21 जुलाई : ऊर्जा राज्य के नाम से पहचान रखने वाले हिमाचल प्रदेश में एक परिवार ऐसा भी है जो 30 वर्षों से बिना बिजली के ही जिंदगी गुजार रहा है। इस परिवार के पास बिजली का कनेक्शन लेने के बदले जमा होने वाली सिक्योरिटी तक को पैसे नहीं हैं। मंडी जिला के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली ग्राम पंचायत टिहरी के तांदी गांव में किशन चंद का परिवार आज दिन तक बिजली सुविधा से महरूम है।
हालांकि सरकार का दावा है कि प्रदेश में कोई भी घर बिना बिजली के नहीं है लेकिन यहां कहानी कुछ और ही है। परिवार की आर्थिक हालत ऐसी है कि ये सिक्योरिटी जमा करवा सकें। परिवार की मुखिया 71 वर्षीय दोपाली देवी ने बताया कि उन्हें बताया गया कि सिक्योरिटी के लिए 3 से 4 हजार रुपए जमा करवाने होंगे जिसके डर से उन्होंने कनेक्शन नहीं लिया। उनके बेटे किशन चंद ने बताया कि बिजली कनेक्शन के लिए आज दिन तक उनकी किसी ने कोई मदद नहीं की, यहां तक की पंचायत ने भी नहीं।
किशन चंद के परिवार में चार लोग हैं। जिसमें 71 वर्षीय बूढ़ी मां, एक दिव्यांग बेटी और एक बेटा है। पत्नी का काफी समय पहले देहांत हो चुका है। बेटी मानसिक रूप से बीमार है और बेटा भी गरीबी के कारण आगे नहीं पढ़ पा रहा है। किशन चंद ने बताया कि 30 साल पहले उसके पिता को पंचायत की तरफ से घर बनाने के लिए जो पैसे मिले थे उससे उस वक्त कच्चा मकान बनाया था और उसी में यह परिवार जीवन यापन कर रहा है।
पंचायत की तरफ से कुछ समय पहले शौचालय निर्माण करके दिया गया है लेकिन पक्के मकान के लिए पैसा नहीं मिल पाया है। परिवार बीपीएल श्रेणी में शामिल है।
वहीं क्षेत्र के बीडीसी सदस्य परमानंद ने सरकार से गुहार लगाई है कि परिवार की दयनीय स्थिति को देखते हुए बिजली का कनेक्शन निशुल्क मुहैया कराया जाए और पक्के घर के लिए भी जल्द पैसा दिया जाए।
वहीं जब इस बारे में विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता ई. मनोज पूरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ’’मीडिया के माध्यम ये यह मामला उनके ध्यान में आया है। परिवार को जल्द ही बिजली की कनेक्शन दिलाया जाएगा और विभाग उक्त परिवार की हर संभव मदद करेगा। सरकार ने ऐसे परिवारों के लिए मुख्यमंत्री रोशनी योजना चला रखी है और इस योजना के तहत इस परिवार को कनेक्शन मुहैया करवाया जाएगा।