मंडी, 21 जुलाई : उपमंडल के रोपा गांव में मरखान गांव से आई बारात सारी रस्मों को निभाने के बाद दुल्हन को लेकर विदा हो गई। परिवार वालों ने भी अपने घर की लाडली को विदा कर दिया। लेकिन ये क्या, अभी बारात को गए हुए एक घंटा भी नहीं हुआ था कि दुल्हन वापिस लौट आई। दुल्हन ही वापिस नहीं लौटी, बल्कि पूरी की पूरी बारात वापिस लौट आई। बारात को वापिस लौटता देख दुल्हन पक्ष के होश फाख्ता हो गए। लेकिन जब सच्चाई पता चली तो फिर दोबारा से बारात का स्वागत भी हुआ और जमकर आव भगत भी हुई।
दरअसल पधर-बल्ह वाया डायनापार्क मार्ग बीते सोमवार शाम को बल्ह के समीप पहाड़ी से भारी भूस्खलन होने की वजह से बंद हो गया था। खराब मौसम और रात हो जाने की बजह से मार्ग में यातायात बहाल करने के लिए राहत कार्य नहीं हो पाया। ऐसे में मार्ग में दूल्हा-दुल्हन और बाराती फंस गए। बारातियों को रात काटने के लिए फिर दुल्हन के घर लौटना पड़ा। इस दौरान कुछ बाराती पैदल सफर तय कर अपने घर पहुंचे। दूल्हे के घर मरखान गांव में बारातियों के वापिस लौटने पर खाने पीने के लिए किए गए सभी इंतजाम धरे रह गए।
वहीं दूसरी तरफ दुल्हन पक्ष वालों को फिर से पूरी बारात के लिए रहने और खाने-पीने की व्यवस्था करनी पड़ी।
लोक निर्माण विभाग ने मंगलवार तड़के मार्ग को बहाल करने के लिए जेसीबी मशीनें भेजी। प्रातः करीब सात बजे दूल्हा-दुल्हन बारातियों संग मरखान गांव के लिए रवाना हुए। बारात निकलते ही मार्ग फिर दोबारा पहाड़ी से मलबा और पत्थर आ जाने से अवरुद्ध हो गया। दोपहर को एक बजे वाहनों की आवाजाही शुरू हो पाई।
लोक निर्माण विभाग पधर अनुभाग के कनिष्ठ अभियंता रूप लाल ने कहा कि बल्ह के समीप पहाड़ी से भारी भूस्खलन होने की बजह से मार्ग बंद हो गया। जिस कारण बाराती और दूल्हा दुल्हन सड़क जाम होने से फंस गए। मंगलवार सुबह सात बजे मार्ग को वैकल्पिक तौर पर खोलकर बारात क्रॉस करवाई। दोपहर एक बजे मार्ग स्थाई तौर पर बहाल किया गया। उन्होंने कहा कि मार्ग भारी भूस्खलन की वजह से बार बार बाधित हो रहा है।