हमीरपुर, 18 जुलाई : हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के 10वीं कक्षा के परिणाम घोषित करने के फॉर्मूले को हाईकोर्ट में चुनौती देने वाले छात्र ने अब 100 फीसदी अंक हासिल किए हैं। ओजस्विन महाजन ने 12 जुलाई को बोर्ड की ओर से ली गई विशेष परीक्षा में अच्छा स्कोर किया है, जिसके चलते उसने हिंदी विषय में भी शत-प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। अगर छात्र बोर्ड के फॉर्मूले को कोर्ट में चुनौती न देता तो शत-प्रतिशत अंक हासिल करने से वंचित रह जाता।
क्या था मामला
हमीरपुर जिले के ओजस्विन परीक्षा के दौरान कोरोना संक्रमित हो गए थे। इसके चलते ओजस्विन को परीक्षा हाल में बैठने की अनुमति नहीं मिली थी। इस दौरान छात्र ने पीपीई किट पहनकर परीक्षा देने की भी बात कही, लेकिन उन्हें परीक्षा से वंचित रखा। इसके बाद ओजस्विन ने बोर्ड के परिणाम घोषित करने के फॉर्मूले पर अपनी असंतुष्टि जताई थी और हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
तर्क दिया था कि इस फॉर्मूले के कारण परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत करने वाले विद्यार्थियों को सीधे 21 अंकों का नुकसान होगा। लिहाजा, बोर्ड ने परीक्षा के दौरान कोरोना पॉजिटिव छात्रों के लिए 12 जुलाई को विशेष परीक्षा का आयोजन किया था, जिसमें याचिका दायर करने वाले ओजस्विन ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। अब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से घोषित परिणाम में ओजिस्वन ने सभी विषयों में शत-प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। ओजस्विन भी अब 700 में से 700 अंक लेने वाले होनहारों में शामिल हो गया है।