हमीरपुर, 16 जुलाई : जाना था जापान पहुंच गए चीन। यह कहावत एक बार फिर हमीरपुर में सत्य हो गई है। दिल्ली आईएसबीटी बस अड्डे पर उत्तर प्रदेश के हमीरपुर की बस की बजाए एक युवक हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर की बस में बैठ गया और जैसे ही सुबह आंख खुली तो उसने अपने आप को हिमाचल के हमीरपुर बस अड्डे पर पाया। हमीरपुर बस अड्डे पर पहुंचे बस के कंडक्टर ने युवक को बस से नीचे उतरने के लिए कहा।
बस से उतरने के बाद युवक हैरान रह गया, उसने कहा कि यह यूपी का हमीरपुर नहीं है। युवक का पर्स भी कहीं गिर गया था।
इसके बाद वह काफी देर तक बस अड्डे पर बैठ कर वापस जाने के लिए स्थानीय लोगों से मदद मांगता रहा। इस मामले को एचआरटीसी हमीरपुर डिपो के उप मंडलीय प्रबंधक विवेक लखनपाल के ध्यान में लाया गया। तो उन्होंने बिना देर किए युवक को एचआरटीसी की दिल्ली जाने वाली बस में निशुल्क भेजने और उसके भोजन की व्यवस्था की।
डीडीएम विवेक लखनपाल के इस स्वभाव की जिले भर में प्रशंसा हो रही है। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर के बांदा के गांव परमा पुरवा के रहने वाले पुरुषोत्तम श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी बहन की दो साल पहले शादी हुई है। जीजा पानीपत में एक फैक्टरी में काम करते हैं। वह अपनी बहन को जीजा के पास छोड़ने के लिए पानीपत आया था।
इसके बाद दिल्ली के कश्मीरी गेट पहुंचा। रात को साढ़े दस बजे बस कश्मीरी गेट पर रुकी बस के परिचालक ने हमीरपुर जाने के लिए आवाज दी। 680 रुपये किराया देने के बाद वह उस बस में सवार हो गया, लेकिन गलती से सुबह हिमाचल के हमीरपुर पहुंच गया। पुरुषोत्तम ने बताया कि उसके पास जो पैसे थे वह खर्च हो गए।
उधर, एचआरटीसी हमीरपुर डिपो के उप मंडलीय प्रबंधक विवेक लखनपाल ने कहा कि इंसानियत के नाते युवक की मदद करना हमारा फर्ज है। मामला ध्यान में आते ही युवक को दिल्ली तक निशुल्क भेजने की व्यवस्था निगम की बस में कर दी गई है।