शिमला/नाहन, 16 जुलाई : आखिर तीन साल (2018-21) की कड़ी मेहनत के बाद पांवटा साहिब की बेटी व कुमारसेन की पुत्रवधू डाॅ. योगिता डोगरा ने प्रजनन चिकित्सा में डीएम (Doctorate of Medicine) की पढ़ाई पूरी कर ली है। डीएम की पढ़ाई पूरी करने के बाद डाॅ. योगिता डोगरा हिमाचल की पहली आईवीएफ एक्सपर्ट (IVF Expert) बन गई हैं।
साधारण शब्दों में समझें तो बांझपन ( infertility) की समस्या का सामना कर रही महिलाओं की गोद में किलकारी के लिए आधुनिक मेडिकल चिकित्सा (Advance Medical facility) उपलब्ध करवाएंगी। पीजीआई चंडीगढ़ (PGI Chandigarh) से एमडी करने के बाद डाॅ. योगिता को डीएम की पढ़ाई के लिए एम्स दिल्ली में दाखिला मिला था। समूचे देश से एम्स में एक ही सीट थी, जिसमें डाॅ. योगिता डोगरा दाखिला लेने में सफल हुई थी।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में डाॅ. डोगरा ने कहा कि देश के प्रमुख संस्थानों से प्रशिक्षित होना निश्चित रूप से सौभाग्य की बात है। पीजीआई से एमडी की पढ़ाई के बाद अब एम्स दिल्ली से डीएम की शिक्षा पूरा करने के पीछे तीन साल की कड़ी मेहनत (Hard work) है। इस दौरान कोविड (Covid-19) के बीच कठिन समय भी शामिल रहा। ये तीन साल की पढ़ाई वाकई ही यादगार रही है।
डाॅ. योगिता ने अपनी सफलता का श्रेय प्रो. नीता सिंह को दिया हैं। जिन्होंने मेरी प्रतिभा (Talent) को तराशा है। पति डाॅ. रविकांत डोगरा व बेटियों अद्विका व मिहिका को भी सफलता का श्रेय देते हुए कहा कि अगर वो विश्वास नहीं करते तो ये मुकाम हासिल नहीं होता। ससुराल के बिना शर्त सहयोग (Unconditional Support) के लिए भी डाॅ. योगिता ने आभार जताया है। उन्होंने एक भावुक पोस्ट (Post) में ये भी लिखा कि दिल्ली में देखभाल के लिए दोस्तों व प्यारी भाभी व भाई डाॅ. अमन गुप्ता का भी सहयोग भी अस्मरणीय (Unforgettable) है।
उन्होंने कहा कि तीन साल की कड़ी पढ़ाई के दौरान व मरीजों के प्यार का इजहार नहीं भूल सकती, जिनके विश्वास व भरोसे से सीखने का मौका हासिल हुआ है। उनमें से दो मरीज एम्स (AIIMS) में मुझे विशेष रूप से मिलने आए थे।
डाॅ. योगिता ने सकारात्मक वाइब्ज (Positive vibes) के लिए डाॅ. शशिपाल डोगरा का भी आभार जताया है। हालांकि, इस समय राज्य में आईवीएफ (IVF) के माध्यम से निसंतान महिलाओं को संतान सुख देने के लिए एडवांस लैब (Advance Lab) नहीं है, लेकिन उम्मीद की जानी चाहिए कि जल्द ही आईजीएमसी (IGMC) जैसे संस्थान में डाॅ. योगिता डोगरा के माध्यम से आईवीएफ (IVF) की सुविधा भी शुरू की जा सके।
बता दें कि डाॅ. योगिता डोगरा पांवटा साहिब में सतपाल गुप्ता व मीना कुमारी के घर जन्मी। दो बेटियों की परवरिश के दौरान एम्स की परीक्षा के लिए कठिन मेहनत की। गौरतलब है कि पति रविकांत डोगरा भी आईजीएमसी में ऐनेस्थीजिया (Anesthesia) विशेषज्ञ हैं।
क्या है आईवीएफ…
साधारण शब्दों में आईवीएफ को कृत्रित परिवेशन निषेचन प्रक्रिया (इन विट्रो फर्टिलाईजेशन) कहा जाता है। इसमें कृत्रिम परिवेश में शुक्राणुओं (Sperm) व अंड कोशिकाओं(Egg Cells) का निषेचन (fertilization) किया जाता है। इसके बाद भ्रूण (Embryo) को गर्भाधारण के मकसद से स्त्री के गर्भाशय (Uterus) में स्थानांतरित कर दिया जाता है। आम लोग इस प्रक्रिया को टैस्ट टयूब बेबी भी कहते हैं।